देश: 2019 में हर रोज 381 लोगों ने की खुदकुशी, इन 5 राज्यों में 50% केस: NCRB डेटा
देश - 2019 में हर रोज 381 लोगों ने की खुदकुशी, इन 5 राज्यों में 50% केस: NCRB डेटा
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Updated on: 02-Sep-2020 08:56 AM IST
नई दिल्ली। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार भारत में 2019 में हर दिन औसतन 381 लोगों ने आत्महत्या (Suicide) की। इस तरह पूरे साल में कुल 1,39,123 लोगों ने अपनी जान ले ली। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2018 के मुकाबले 2019 में आत्महत्या के मामलों में 3।4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले साल जहां 1,39,123 लोगों ने आत्महत्या की। 2018 में 1,34,516 लोगों ने और 2017 में 1,29,887 लोगों ने खुदकुशी कर ली। सुसाइड के 49।5 मामले सिर्फ पांच राज्यों में, जबकि 50.5% मामले 24 राज्य और 7 केंद्रशासित राज्यों में सामने आए।
न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक, भारत में प्रति एक लाख जनसंख्या पर आत्महत्या की दर में 2018 की तुलना में इस साल 0.2% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। शहरों में सुसाइड की दर 13.9% रही, यह पूरे देश में सुसाइड की दर 10.4% से काफी ज्यादा है। 2017 में 1 लाख 29 हजार 887, जबकि 2018 में 1 लाख 34 हजार 516 सुसाइड रिकॉर्ड किए गए थे। सुसाइड की दर (1 लाख की जनसंख्या पर) में भी 2018 की तुलना में इस साल 0.2% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। शहरों में सुसाइड की दर 13.9% रही, यह पूरे देश में सुसाइड की दर 10=.4% से काफी ज्यादा है। साल 2019 में सबसे ज्यादा इन राज्यों में हुए सुसाइडराज्य सुसाइड कुल केस का प्रतिशतमहाराष्ट्र 18,916 13.6%तमिलनाडु 13,493 9.7%प. बंगाल 12,665 9.1%मध्यप्रदेश 12,457 9.0%कर्नाटक 11,288 8.1% 100 लोगों में 70.2% पुरुष और 29.8% महिलाएंएनसीआरबी के डाटा के मुताबिक, 100 लोगों में 70.2% पुरुष और 29.8% महिलाओं ने आत्महत्या की। फांसी से 53.6%, जहर खाने से 25.8%, डूबने से 5.2% और आत्मदाह के जरिए 3.8% लोगों ने सुसाइड किया। आत्महत्याओं के 32.4% मामलों के पीछे पारिवारिक विवादएनसीआरबी के डाटा के मुताबिक, इनमें से आत्महत्याओं के 32.4% मामलों के पीछे पारिवारिक विवाद कारण था। 5.5% सुसाइड के पीछे शादी और 17।1% सुसाइड के पीछे बीमारी को अहम वजह बताया गया। सुसाइड करने वाले हर 100 लोगों में 70.2% पुरुष और 29.8% महिलाएं शामिल थीं। उत्तर प्रदेश में 3.9% सुसाइडउत्तर प्रदेश में 3.9% सुसाइड डाटा में बताया गया कि इन 5 राज्यों में देश के कुल सुसाइड के 49.5% मामले रिकॉर्ड हुए। जनसंख्या के आधार पर काफी बड़ा प्रदेश उत्तर प्रदेश में इस दौरान सिर्फ 3.9% सुसाइड रिकॉर्ड किए गए। मास या फैमिली सुसाइड के सबसे ज्यादा मामले तमिलनाडु (16), आंध्र प्रदेश (14), केरल (11), पंजाब (9) और राजस्थान (7) में सामने आए। (
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