Akhilesh Yadav Statement: रामचरितमानस विवाद पर अखिलेश यादव के तेवर नरम पड़े, बोले- रोज सुनता हूं भजन

Akhilesh Yadav Statement - रामचरितमानस विवाद पर अखिलेश यादव के तेवर नरम पड़े, बोले- रोज सुनता हूं भजन
| Updated on: 05-Feb-2023 10:23 PM IST
Akhilesh Yadav Statement: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए बयान के बाद विवाद बढ़ गया है। इस बयान को लेकर अखिलेश यादव का रुख नरम पड़ रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी भगवान विष्णु के सभी अवतारों को मानती है। लेकिन विपक्ष अगर सवाल करता है तो योगी को उसका जवाब देना चाहिए। सपा सुप्रीमों ने कहा कि रामचरितमानस को किसी को कई शिकायत नहीं है। बता दें कि इससे पूर्व स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर आपत्ति नहीं जताई थी। माना जा रहा था कि स्वामी प्रसाद मौर्या को अखिलेश यादव का समर्थन प्राप्त है। आज भी जब मीडिया ने उन्हें घेरा तो अखिलेश ने सीधे तौर पर स्वामी प्रसाद मौर्या पर कुछ भी कमेंट करने से परहेज किया।

वोटबैंक पर नजर

ऐसे माना जा रहा है कि वोटबैंक को ध्यान में रखते हुए अखिलेश यादव इस मुद्दे पर खुलकर बोलने से बच रहे हैं। इससे पहले अखिलेश यादव ने सीएम योगी को चुनौती दी थी और कहा था कि रामचरितमानस के जिस चौपाई पर स्वामी प्रसाद मौर्या ने आपत्ति जताई है, उस चौपाई को सीएम योगी आदित्यनाथ सदन में बोलकर दिखाएं। लेकिन रविवार के दिन आगरा और मैनपुरी में एक शादी समारोह में पहुंचे अखिलेश यादव के तेवर और उनका सुर कुछ बदले नजर आए। 

क्या बोले अखिलेश यादव

शादी समारोह में आगरा और मैनपुरी पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा मैं आज भी प्रत्येक दिन सुबह एक घंटा भजन सुनता हूं। योगी जी को तो सारे भजन याद होंगे उन्हें सुनने की ज़रुरत नहीं है, उन्हें भजन सुनने का समय भी नहीं मिलता होगा। रामचरितमानस से किसी को शिकायत नहीं है लेकिन जो गलत है वह गलत है। अखिलेश यादव ने इस दौरान खुद को धार्मिक दिखाने की कोशिश की और प्रत्यक्ष तौर पर स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ कुछ भी बयान नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि सपा सभी धर्मों और उनके भगवानों का सम्मान करती है। लेकिन महाभारत में ऐसा आता है कि शूद्र होने के कारण ही कई योद्धाओं को सम्मान नहीं मिला। इसपर भी विचार जरूरी है। बता दें कि रामचरित मानस की चौपाई 'ढोल-गंवार-शूद्र-पशु-नारी/ ये सब ताड़न के अधिकारी' को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्या ने आपत्ति दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही रामचरितमानस पर विवाद चल रहा है। 

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।