IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज अब ऐतिहासिक बन गई है। इस सीरीज को अब "एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी" के नाम से जाना जाएगा। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने 19 जून को आधिकारिक रूप से इस नई ट्रॉफी का अनावरण किया, जिसमें क्रिकेट की दो महान हस्तियां – जेम्स एंडरसन और सचिन तेंदुलकर – खुद मौजूद रहीं।
नव-घोषित एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों की तस्वीरें उकेरी गई हैं। यह ट्रॉफी उनके योगदान और क्रिकेट में उनकी अमर विरासत का प्रतीक है। अब तक इस सीरीज को “पटौदी ट्रॉफी” के नाम से जाना जाता था, जिसकी शुरुआत 2007 से हुई थी। लेकिन अब नाम में बदलाव के साथ एक नई परंपरा की शुरुआत हो गई है।
हालांकि ट्रॉफी का नाम बदल दिया गया है, लेकिन पटौदी मेडल की परंपरा को बनाए रखा गया है। ईसीबी ने स्पष्ट किया है कि सीरीज जीतने वाले कप्तान को अभी भी पटौदी मेडल से सम्मानित किया जाएगा, जो नवाब पटौदी की क्रिकेट विरासत को सम्मान देने की परंपरा का प्रतीक है।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज और टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन, जो इस सीरीज के बाद संन्यास लेंगे, ने ट्रॉफी अनावरण के मौके पर कहा,
“यह मेरे और मेरे परिवार के लिए गर्व का क्षण है। भारत और इंग्लैंड के बीच हमेशा ही रोमांचक मुकाबले होते रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि इस गर्मी में इंग्लैंड टीम शानदार प्रदर्शन करेगी।”
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी इस मौके पर अपने विचार साझा करते हुए कहा,
“टेस्ट क्रिकेट मेरे जीवन का एक अहम हिस्सा रहा है। इसमें आपकी धैर्य, कौशल और प्रतिबद्धता की असली परीक्षा होती है। यह ट्रॉफी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बनेगी। भारत और इंग्लैंड दोनों ने टेस्ट क्रिकेट में अद्वितीय योगदान दिया है।”
Two cricketing icons. One special recognition 🤝
— BCCI (@BCCI) June 19, 2025
The legendary Sachin Tendulkar and James Anderson pose alongside the new 𝘼𝙣𝙙𝙚𝙧𝙨𝙤𝙣-𝙏𝙚𝙣𝙙𝙪𝙡𝙠𝙖𝙧 𝙏𝙧𝙤𝙥𝙝𝙮 🏆#TeamIndia | #ENGvIND | @sachin_rt | @jimmy9 pic.twitter.com/4lDCFTud21