Bangladesh-Pakistan News: जिस देश से दशकों पुरानी दुश्मनी, बांग्लादेश उसे ही फायदा पहुंचा रहा!

Bangladesh-Pakistan News - जिस देश से दशकों पुरानी दुश्मनी, बांग्लादेश उसे ही फायदा पहुंचा रहा!
| Updated on: 29-Oct-2024 01:00 AM IST
Bangladesh-Pakistan News: बांग्लादेश के कपड़ा उद्योग को पिछले दो वर्षों से लगातार बिजली और गैस आपूर्ति की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उद्योग को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इन समस्याओं ने बांग्लादेश को मिलने वाले कई बड़े अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर्स को पाकिस्तान की ओर शिफ्ट कर दिया, और यह नुकसान अब तक रिकवर नहीं हो पाया है। गैस के दामों में दोगुनी वृद्धि, राजनीतिक अस्थिरता, और औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिक अशांति की वजह से बांग्लादेश वैश्विक मांग को पूरा करने में पिछड़ गया है। वहीं, पाकिस्तान ने इस स्थिति का फायदा उठाते हुए अपने कपड़ा निर्यात में बढ़ोतरी की है।

गैस के बढ़ते दाम और भारत से कटौती ने बढ़ाई मुश्किलें

फरवरी 2023 में, बांग्लादेश की तत्कालीन शेख हसीना सरकार ने गैस की कीमतों में लगभग 150% वृद्धि कर दी, जिससे कपड़ा उत्पादन की लागत में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई। गैस के दाम प्रति यूनिट 11.98 टका से बढ़ाकर 30 टका कर दिए गए, जिसके परिणामस्वरूप उद्योग के कई बड़े निर्यातकों ने अपने ऑर्डर्स वापस लेने शुरू कर दिए। दूसरी ओर, मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के दौरान भारत से बिजली आपूर्ति में कटौती का सामना करना पड़ा, क्योंकि बांग्लादेश ने भारत के अडानी ग्रुप और अन्य पावर कंपनियों के बकाये का भुगतान नहीं किया। इससे उद्योगों को सप्लाई में कमी का सामना करना पड़ा, जिससे प्रोडक्शन प्रभावित हुआ।

राजनीतिक अस्थिरता ने घटाया वैश्विक ब्रांड्स का भरोसा

बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अस्थिरता भी कपड़ा उद्योग के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। देश के असुरक्षित माहौल और अशांति के चलते अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स का बांग्लादेश पर विश्वास कम हो गया है। खासकर, अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के ब्रांड्स ने बांग्लादेश से दूरियां बनाना शुरू कर दिया है। इसके परिणामस्वरूप, अंतरराष्ट्रीय बाजार में बांग्लादेश की स्थिति कमजोर हो रही है, और पाकिस्तान जैसे प्रतिस्पर्धी देशों को इसका फायदा हो रहा है।

पाकिस्तान को कैसे हुआ फायदा?

पाकिस्तान, जो विश्व में सातवां सबसे बड़ा कपास उत्पादक है, कपड़ा उत्पादन के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा में बढ़त हासिल कर रहा है। इसके अलावा, पाकिस्तान को यूरोपीय यूनियन की GSP+ (जनरलाइज्ड स्कीम ऑफ प्रीफरेंस प्लस) कैटेगरी में रखा गया है, जिससे उसे यूरोपीय बाजार में बांग्लादेश के मुकाबले अधिक प्राथमिकता मिलती है। 2014 से लेकर 2022 तक, इस GSP+ सुविधा के कारण पाकिस्तान के यूरोप में निर्यात में 108% की वृद्धि हुई है। साथ ही, पाकिस्तान को कपास की स्थानीय उपलब्धता होने का लाभ मिलता है, जबकि बांग्लादेश को अपनी डिमांड का 98% कपास आयात करना पड़ता है। अगस्त 2024 में पाकिस्तान का कपड़ा निर्यात 1.64 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 13% अधिक है।

उत्पादन लागत में बढ़ोतरी ने बढ़ाई मुश्किलें

बांग्लादेश के उद्योगपति खुर्शीद आलम, जो लिटिल ग्रुप के चेयरमैन हैं, का कहना है कि गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण उत्पादन लागत में भारी वृद्धि हुई है। पहले जहाँ एक कंपनी की मासिक लागत 68 करोड़ टका थी, वह सीधे बढ़कर 126 करोड़ टका हो गई है। उच्च लागत के कारण कई कंपनियों ने अपने ऑर्डर्स अस्थायी रूप से बंद कर दिए, जिससे बड़े ऑर्डर्स पाकिस्तान को मिल गए।

निष्कर्ष

बांग्लादेश का कपड़ा उद्योग, जो कभी वैश्विक बाजार में अपनी मजबूत स्थिति के लिए जाना जाता था, अब बिजली और गैस संकट, राजनीतिक अस्थिरता और उच्च उत्पादन लागत की वजह से कठिनाइयों का सामना कर रहा है। इस स्थिति का सीधा लाभ पाकिस्तान को मिल रहा है, जो अब कपड़ा निर्यात के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। अगर बांग्लादेश जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं करता, तो कपड़ा उद्योग को हुए नुकसान की भरपाई करना मुश्किल हो सकता है, और वैश्विक बाजार में उसकी पकड़ कमजोर होती जाएगी।

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