मुंबई: कुर्सी की लड़ाई: शिवसेना सांसद राउत बोले- न प्रस्ताव आएगा, न जाएगा, पवार आज कर सकते हैं बड़ा ऐलान

मुंबई - कुर्सी की लड़ाई: शिवसेना सांसद राउत बोले- न प्रस्ताव आएगा, न जाएगा, पवार आज कर सकते हैं बड़ा ऐलान
| Updated on: 06-Nov-2019 11:30 AM IST
मुंबई | महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 13 दिन बाद भी सरकार गठन को लेकर स्थिति साफ नहीं है। शिवसेना और भाजपा दोनों मुख्यमंत्री पद को लेकर अड़ी हुई है। बुधवार को एक बार फिर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ‘‘हमारी ओर से न तो कोई प्रस्ताव आएगा और न जाएगा। जो पहले तय हुआ था उसी पर बात होगी। ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद पर चुनाव से पहले सहमति बनी थी। उसी के मुताबिक गठबंधन हुआ था।’’ माना जा रहा है कि राकांपा प्रमुख आज कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।

इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर हुई बैठक के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को जनादेश दिया है। हमने शिवसेना को प्रस्ताव भेजा है और हमें उनकी तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। हम अगले 24 घंटे तक उनके जवाब का इंतजार करेंगे। हमारे दरवाजे खुले हैं। 

शरद पवार ने दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई

राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। माना जा रहा है कि वह इसमें सरकार बनाने के लिए समर्थन देने से जुड़ा कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। पवार ने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलााकत की थी।

फडणवीस ने संघ प्रमुख से मुलाकात की

राज्य में सरकार गठन को लेकर पैदा हुए गतिरोध के बीच मंगलवार रात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। इससे पहले सुबह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के सलाहकार किशोर तिवारी ने संघ प्रमुख को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने भागवत से आग्रह किया है कि वे सरकार गठन को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मध्यस्थता कराएं, ताकि भाजपा और शिवसेना के बीच जारी विवाद का सहमति से हल निकल सके।

हम पाकिस्तान हैं, जो लिखित प्रस्ताव भेजें: महाजन

भाजपा के प्रस्ताव भेजने पर राउत ने कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए लिखित अश्वासन चाहिए। इसके जवाब में भाजपा नेता और प्रदेश के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता। हम भारत और पाकिस्तान हैं क्या? हम शिवसेना के इतने दुश्मन बन गए हैं कि एक-दूसरे का कोई मुंह नहीं देखेंगे। शिवसेना को सामंजस्य की भूमिका अपनानी चाहिए।

नहीं आएगी राष्ट्रपति शासन की नौबत: राकांपा

राकांपा प्रवक्ता विधायक नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन की नौबत नहीं आने देंगे। यदि शिवसेना ने तय किया तो हम महाराष्ट्र में वैकल्पिक सरकार दे सकते हैं। दरअसल,  राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि राकांपा शिवसेना के साथ मिलकर राज्य में सरकार बना सकती है और कांग्रेस इसे बाहर से समर्थन दे सकती है।

महाराष्ट्र में किसके पास, कितने नंबर?

महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 105 भाजपा, 56 शिवसेना, 54 राकांपा, 44 कांग्रेस, 2 एआईएमआईएम, 3 बहुजन विकास अघाड़ी, 13 निर्दलीय और 11 अन्य के पास है। महाराष्ट्र में विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है।

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