IND vs ENG: 24 मई को भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने इंग्लैंड के खिलाफ आगामी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया की घोषणा की। यह सीरीज कई मायनों में खास है—एक तरफ जहां यह रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट रिटायरमेंट के बाद पहली सीरीज होगी, वहीं दूसरी ओर टीम में किए गए बड़े बदलाव चर्चा का विषय बने हुए हैं।
भारतीय टीम की कमान युवा बल्लेबाज़ शुभमन गिल को सौंपी गई है। गिल को लंबे समय से भविष्य का लीडर माना जा रहा था और अब उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत, जो हाल ही में चोट से उबरकर शानदार वापसी कर चुके हैं, को उपकप्तान नियुक्त किया गया है। दोनों खिलाड़ियों पर अब भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा देने की जिम्मेदारी है।
टीम चयन से सबसे बड़ा झटका सरफराज खान को लगा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया का हिस्सा रहे सरफराज को इस बार टीम से बाहर कर दिया गया है। यह फैसला सिर्फ उनके प्रदर्शन के आधार पर नहीं बल्कि ड्रेसिंग रूम में उनके व्यवहार और कथित अनुशासनहीनता को ध्यान में रखकर लिया गया बताया जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान कप्तान रोहित शर्मा और मेंटर गौतम गंभीर के बीच मतभेद की खबरें लीक हुई थीं, जिससे टीम का माहौल प्रभावित हुआ। इन लीक के पीछे सरफराज खान का नाम सामने आया, हालांकि बीसीसीआई की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया।
चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने सरफराज को टीम से बाहर किए जाने पर कहा, “कभी-कभी आपको कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। हमें पता है कि उसने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाया था, लेकिन उसके बाद उनका प्रदर्शन स्थिर नहीं रहा।” उनका यह बयान स्पष्ट रूप से संकेत देता है कि यह निर्णय सिर्फ आंकड़ों पर आधारित नहीं था, बल्कि टीम अनुशासन भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर रहा।
अब तक छह टेस्ट मैच खेल चुके सरफराज खान ने एक शतक और तीन अर्धशतक के साथ 150 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाया है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके आंकड़े बेहद प्रभावशाली हैं—54 मैचों में 65 से अधिक की औसत से 4593 रन, जिसमें 16 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। बावजूद इसके, उन्हें न सिर्फ भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किया गया, बल्कि आईपीएल 2025 की नीलामी में भी किसी फ्रेंचाइजी ने नहीं खरीदा।
हाल ही में सरफराज ने अपने फिटनेस पर खासा ध्यान दिया है और लगभग 10 किलो वजन कम कर चर्चा में आए। लेकिन ऐसा लगता है कि मौजूदा हालात में सिर्फ फिटनेस और फॉर्म काफी नहीं हैं—टीम के भीतर की राजनीति और अनुशासन अब चयन में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
सरफराज फिलहाल इंडिया-ए टीम में जरूर शामिल हैं, लेकिन राष्ट्रीय टीम में उनकी वापसी फिलहाल मुश्किल नजर आ रही है। उनका करियर एक ऐसे मोड़ पर आ खड़ा हुआ है जहां उन्हें न सिर्फ अपने खेल को बेहतर करना होगा, बल्कि टीम मैनेजमेंट का भरोसा भी दोबारा जीतना होगा।