Share Market: पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच देश की टॉप 10 कंपनियों में से 7 ने शानदार प्रदर्शन किया। इन सात कंपनियों के मार्केट कैप में संयुक्त रूप से 1,06,250.95 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी देखने को मिली। इस रैली में बजाज फाइनेंस और मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे आगे रहीं। वहीं, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने भी अच्छा मुनाफा कमाया। दूसरी ओर, तीन कंपनियों—टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इंफोसिस, और हिंदुस्तान यूनिलीवर—के मार्केट कैप में संयुक्त रूप से 29,731.4 करोड़ रुपये की कमी आई।
जानकारों का मानना है कि जीएसटी सुधारों के बाद एफएमसीजी और ऑटो सेक्टर की कंपनियों को विशेष लाभ हो सकता है। आइए, इस लेख में पिछले हफ्ते के शेयर बाजार के प्रदर्शन और कंपनियों के मार्केट कैप में हुए बदलाव का विस्तार से विश्लेषण करते हैं।
पिछले हफ्ते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 901.11 अंक यानी 1.12% की बढ़त के साथ बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 50 भी 314.15 अंक यानी 1.28% की उछाल के साथ मजबूती दिखा। इस तेजी के बावजूद, कुछ कंपनियों को नुकसान का सामना करना पड़ा, जबकि कुछ ने बाजार में अपनी स्थिति और मजबूत की।
मार्केट कैप में बदलाव के बाद भी रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी रही। इसके बाद क्रमशः एचडीएफसी बैंक, टीसीएस, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंफोसिस, बजाज फाइनेंस, और एलआईसी का स्थान रहा।
देश की सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) बजाज फाइनेंस ने शानदार प्रदर्शन किया। इसका मार्केट कैप 37,960.96 करोड़ रुपये बढ़कर 5,83,451.27 करोड़ रुपये हो गया।
मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी बाजार में अपनी बादशाहत कायम रखी। कंपनी का मार्केट कैप 23,343.51 करोड़ रुपये बढ़कर 18,59,767.71 करोड़ रुपये हो गया।
देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप 17,580.42 करोड़ रुपये की बढ़त के साथ 14,78,444.32 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। इसका मार्केट कैप 15,559.49 करोड़ रुपये बढ़कर 5,54,607.42 करोड़ रुपये हो गया।
सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एसबीआई का मार्केट कैप 4,246.09 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 7,44,864.69 करोड़ रुपये रहा।
टेलीकॉम दिग्गज भारती एयरटेल का मार्केट कैप 4,134.02 करोड़ रुपये बढ़कर 10,81,347.25 करोड़ रुपये हो गया।
देश का दूसरा सबसे बड़ा निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक भी पीछे नहीं रहा। इसका मार्केट कैप 3,426.46 करोड़ रुपये बढ़कर 10,01,717.42 करोड़ रुपये हो गया।
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस को नुकसान उठाना पड़ा। इसका मार्केट कैप 13,007.02 करोड़ रुपये घटकर 11,02,955.89 करोड़ रुपये रह गया।
आईटी सेक्टर की एक और दिग्गज कंपनी इंफोसिस का मार्केट कैप 10,427.47 करोड़ रुपये की कमी के साथ 6,00,036.47 करोड़ रुपये पर आ गया।
एफएमसीजी सेक्टर की दिग्गज हिंदुस्तान यूनिलीवर का मार्केट कैप 6,296.91 करोड़ रुपये घटकर 6,18,694.37 करोड़ रुपये रह गया।
जानकारों का कहना है कि जीएसटी सुधारों के बाद एफएमसीजी और ऑटो सेक्टर की कंपनियों को विशेष लाभ हो सकता है। इन सुधारों से आपूर्ति श्रृंखला में सुधार और लागत में कमी की उम्मीद है, जिसका असर इन सेक्टरों की कंपनियों के मार्केट कैप पर पड़ सकता है। इसके अलावा, शेयर बाजार में हाल की तेजी निवेशकों का भरोसा बढ़ा रही है, लेकिन वैश्विक और घरेलू आर्थिक कारकों पर नजर रखना जरूरी है।