Opposition Meet: अध्यादेश पर घमासान, AAP वॉकआउट कर सकती है विपक्षी बैठक से
Opposition Meet - अध्यादेश पर घमासान, AAP वॉकआउट कर सकती है विपक्षी बैठक से
Opposition Meet: बिहार की राजधानी पटना में कल विपक्ष की बड़ी बैठक होने वाली है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उम्मीद है कि कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ पार्टी का समर्थन करेंगे, हालांकि इससे पहले ही अध्यादेश को लेकर कांग्रेस और आप के बीच तलवारें खिंच गई हैं. सूत्रों के मुताबिक, कल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बैठक में अध्यादेश का मुद्दा उठाएंगे. बैठक में अगर कांग्रेस ने राज्यसभा में अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी का समर्थन करने का ऐलान नहीं किया तो आम आदमी पार्टी विपक्ष की मीटिंग से वॉकआउट कर सकती है.अध्यादेश को लेकर अब आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है. आप की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने TV9 भारतवर्ष से बातचीत में कहा है कि बिल को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में डील हुई है. आप का दावा है कि कांग्रेस राज्यसभा में वॉकआउट करके बीजेपी को फायदा पहुंचाएगी.बैठक को लेकर संजय सिंह ने क्या कहा?आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अध्यादेश को लेकर कहा कि विपक्षी दलों की बैठक में सभी पार्टियों के सभी मुद्दों पर बातचीत होगी. हम आप का मुद्दा भी सामने रखेंगे. तमाम विपक्षी दलों ने पहले भी आप का समर्थन जताया है. अध्यादेश लाकर मोदी सरकार ने 8 दिनों के भीतर 5 जजों के फैसले को बदल दिया. बैठक में इस मामले पर व्यापक चर्चा की जाएगी.देश की चिंता करने वालों की बैठक, सौदेबाजों की नहीं- कांग्रेसवहीं, इस मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के बैठक में जाने से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. हम तो पहले से ही जानते थे कि विपक्षी एकता को तोड़ने के लिए केजरीवाल बहाने ढूंढ रहे हैं. बैठक में नहीं जाने के लिए उनको ऊपर से आदेश आ गया होगा. यह बैठक देश की चिंता करने वाले लोगों की है, यह सौदेबाजों की बैठक नहीं है.मनोज तिवारी ने ली केजरीवाल पर चुटकीविपक्ष की बैठक सेअरविंद केजरीवाल वॉकआउट कर सकते हैं. जब इसको लेकर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ”शाम होने दीजिए. जो जो गालियां उन्होंने (अरविंद केजरीवाल) कांग्रेस को दी थी, केजरीवाल जो गालियां मुलायम सिंह को देते थे और लालू प्रसाद यादव को देते थे, क्या तेजस्वी यादव उन्हें छोड़ेंगे? अब आया है ऊंट पहाड़ के नीचे. अब देखिए केजरीवाल का कर्म क्या-क्या कराता है.”