देश: अडानी-हिंडनबर्ग मामले में कांग्रेस ने दिया रिएक्‍शन, जयराम रमेश ने कही ये बात

देश - अडानी-हिंडनबर्ग मामले में कांग्रेस ने दिया रिएक्‍शन, जयराम रमेश ने कही ये बात
| Updated on: 27-Jan-2023 02:17 PM IST
Adani-Hindenburg Controversy: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है कि अडान- हिंडनबर्ग मामले में गहन जांच की जरुरत है. उन्होंने कहा, ‘आम तौर पर एक राजनीतिक दल को हेज फंड द्वारा तैयार की गई किसी व्यक्तिगत कंपनी या व्यावसायिक समूह पर शोध रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए. लेकिन अडानी समूह के हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा किए गए फोरेंसिक विश्लेषण में कांग्रेस पार्टी से प्रतिक्रिया की मांग की गई है.'  कांग्रेस नेता ने कहा ऐसा इसलिए है क्योंकि अडानी ग्रुप कोई साधारण समूह नहीं है. इसकी पहचान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तब से है जब वे मुख्यमंत्री थे.‘

रमेश ने कहा कि इन आरोपों की भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) जैसी संस्थानों द्वारा गंभीर जांच की जरूरत है जो भारतीय वित्तीय प्रणाली की स्थिरता और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम अडानी समूह और वर्तमान सरकार के बीच के घनिष्ठ संबंधों को पूरी तरह से समझते हैं. लेकिन एक जिम्मेदार विपक्षी पार्टी के रूप में कांग्रेस पार्टी की यह जिम्मेदारी है कि वह सेबी और आरबीआई से वित्तीय प्रणाली के प्रबंधक के रूप में अपनी भूमिका निभाने और व्यापक जनहित में इन आरोपों की जांच करने का आग्रह करे.

क्या ऐसी रिपोर्ट को आसानी से खारिज किया जा सकता है?

रमेश ने कहा, 'मोदी सरकार कोशिश कर सकती है और सेंसरशिप लगा सकती है. लेकिन भारतीय व्यवसायों और वित्तीय बाजारों के वैश्वीकरण के युग में क्या हिंडनबर्ग जैसी रिपोर्टें जो कॉर्पोरेट कुशासन पर ध्यान केंद्रित करती हैं, को आसानी से दरकिनार कर दिया जा सकता है और 'दुर्भावनापूर्ण' होने के नाते खारिज कर दिया जा सकता है?'

क्या है पूरा मामला?

बता दें अमेरिका की निवेश जांच कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि अडानी ग्रुप दशकों से खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और अकाउंटिंग फ्रॉड में शामिल रहा है. इस रिपोर्ट के बाहर आने के बाद अडानी ग्रुप की कई कंपनियों के शेयर धड़ाम हो गए. 

रिपोर्ट जारी होने के एक दिन बाद अडानी ग्रुप ने बयान जारी करते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी. इसके कुछ ही घंटे बाद ही हिंडनबर्ग ने ट्विटर पर लिखा कि अडानी ग्रुप ने रिपोर्ट में उठाए गए 88 सीधे सवालों में से किसी का भी जवाब नहीं दिया है. 

वहीं अडानी ग्रुप ने गुरुवार को कहा कि शेयर बिक्री को नुकसान पहुंचाने की कोशिश के तहत बिना सोचे-समझे काम करने के लिए हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ कानूनी विकल्पों पर गौर कर रहा है.

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।