Diwali 2025: दीपावली पर बरसेगा पैसा, देशभर में होगा 5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार

Diwali 2025 - दीपावली पर बरसेगा पैसा, देशभर में होगा 5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार
| Updated on: 20-Oct-2025 08:40 AM IST
इस साल दीपावली का त्योहारी सीजन देशभर के व्यापारियों के लिए बड़े अवसर लेकर आया है और उम्मीद है कि दीपावली की खरीदारी और अन्य सेवाओं के माध्यम से लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा. यह त्योहारी उत्सव नवरात्रि के दिन 22 सितंबर से शुरू होकर तुलसी विवाह तक चलेगा, जिससे व्यापारियों को बिक्री बढ़ाने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा और जीएसटी कटौती का फायदा सीधे उपभोक्ताओं को मिल रहा है, जिससे वे खुलकर खरीदारी कर रहे हैं.

ऑटोमोबाइल क्षेत्र में शानदार ग्रोथ

ऑटोमोबाइल क्षेत्र के शीर्ष संगठन की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, नवरात्रि के दौरान कुल खुदरा बिक्री में 55% की भारी वृद्धि दर्ज की गई है और वाहनों की सभी श्रेणियों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई: टू-व्हीलर में 52%, थ्री-व्हीलर में 115%, वाणिज्यिक वाहनों में 48%, निजी वाहनों में 70% और ट्रैक्टरों में 58% की वृद्धि हुई. ये आंकड़े दीपावली उत्सव के दौरान अपेक्षित मजबूत कारोबार को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं, जिससे बाजार में सकारात्मक माहौल बना हुआ है.

इन सेक्टर्स में रहेगी जबरदस्त मांग

दीपावली त्योहार की अवधि के दौरान छोटी से लेकर बड़ी वस्तुओं के. लगभग 5 करोड़ उपहारों का आदान-प्रदान किया जाता है, जो कुल बिक्री में महत्वपूर्ण योगदान देता है. सीटीआई (CTI) ने विभिन्न एसोसिएशन्स, जैसे होटल, बैंक्वेट, रेस्टोरेंट, मॉल, सिनेमा, शॉपिंग सेंटर, कार डीलर्स, मेकअप एवं सैलून, टूर एवं ट्रेवल, मार्केट और इंडस्ट्री एसोसिएशन्स से बात करके यह निष्कर्ष निकाला है कि इस फेस्टिवल सीजन में देश भर में लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हो सकता है और खासकर घर की सजावट का सामान, मिट्टी के दीये, देवी-देवताओं की मूर्तियाँ, हस्तशिल्प और शुभ-लाभ जैसे पारंपरिक प्रतीक भारतीय बाज़ारों में बड़ा व्यापार देंगे.

भारतीय उत्पादों पर विशेष जोर

इस वर्ष दीपावली में भारतीय उत्पादों की बिक्री और खरीद पर विशेष जोर दिया जा रहा है और भारत सरकार के जीएसटी सुधारों ने भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. सीटीआई ने भी दिल्ली के व्यापारियों और आम लोगों से भारत निर्मित स्वदेशी सामान को खरीदने और बेचने. की अपील की है, जिससे स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों को सीधा लाभ मिलेगा और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।