SSR Case: डॉक्‍टर ने मुंबई पुलिस को बताया- सुशांत सिंह को था बाइपोलर डिसऑर्डर

SSR Case - डॉक्‍टर ने मुंबई पुलिस को बताया- सुशांत सिंह को था बाइपोलर डिसऑर्डर
| Updated on: 03-Sep-2020 03:59 PM IST
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत केस (Sushant Singh Rajput Case) में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इस केस में सीबीआई के अलावा ईडी और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीमें जांच कर रही हैं। इस बीच न्यूज़ 18 को जानकारी मिली है कि डॉक्‍टर ने मुंबई पुलिस से पूछताछ में खुलासा किया था कि सुशांत को बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar disorder) था। उनके मुताबिक सुशांत पिछले 13 साल से अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर ( (ADHD) से भी जूझ रहे थे। डॉक्टरों का कहना था कि इसके लिए उनका इलाज भी चल रहा था और वो दवाइयां भी ले रहे थे। मुंबई पुलिस को दिए एक बयान में सुशांत की बहन ने भी कहा था कि साल 2013 में सुशांत की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी।


क्या है बाइपोलर डिसऑर्डर?

बाइपोलर डिसऑर्डर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें रोगी का दिमाग लगातार बदलता रहता है। बाइपोलर डिसऑर्डर में मरीज कभी बहुत ज्यादा खुश हो जाता है, तो कभी बहुत ज्यादा दुखी होता है। इस बीमारी के बढ़ जाने पर मरीज आत्महत्या करने की भी कोशिश कर सकता है। कहा जाता है कि बाइपोलर डिसऑर्डर ड्रिप्रेशन का हाई लेवल है। ये एक तरह की मानसिक बीमारी है। बाइपोलर डिसऑर्डर होने से पहले मरीज डिप्रेशन का शिकार होता है। डिप्रेशन का इलाज न हो पाने के कारण मरीज बाइपोलर डिसऑर्डर का शिकार होने लगता है।


ड्ग्स लेते थे सुशांत!

पिछले दिनों सुशांत की पूर्व मैनेजर श्रुति मोदी के वकील ने कहा था कि उनके परिवार के लोग जानते थे कि वे आदतन ड्रग्स लेते हैं। वकील ने ये भी दावा किया कि घर पर जो पार्टियां होती थीं उसमें उनकी बहन भी शामिल होतीं थीं। आपको बता दें कि सुशांत की एक बहन मुंबई में ही रहती हैं। खास बात ये है कि वकील ने पार्टी में शामिल होने वाली सुशांत की बहन का नाम नहीं बताया। वकील ने यह भी दावा किया कि रिया चक्रवर्ती के साथ रिलेशन में आने से पहले से ही दिवंगत एक्टर सुशांत ड्रग्स ले रहे थे।

14 जून को हुई थी मौत

गौरतलब है कि एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का शव बीते 14 जून को मुंबई के बांद्रा इलाके स्थित उनके फ्लैट में मिला था। पिछले महीने पिता केके सिंह ने पटना के राजीवनगर थाने में एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सीबीआई इस मामले की जांच में जुटी हुई है।


Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।