अमेरिका: फाउची ने चीन से की वुहान लैब के कर्मचारियों के मेडिकल रिकॉर्ड जारी करने की अपील

अमेरिका - फाउची ने चीन से की वुहान लैब के कर्मचारियों के मेडिकल रिकॉर्ड जारी करने की अपील
| Updated on: 05-Jun-2021 03:43 PM IST
वाशिंगटन: दुनिया भर में पिछले डेढ़ साल से कोरोना वायरस ने तबाही मचा रखी है। करोड़ों लोग इसकी चपेट में आए, जबकि लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई। वहीं चीन पर कोरोना वायरस को लैब में बनाने के आरोप लग रहे हैं। इस बीच, अमेरिका ने चीन से कोरोना वायरस की उत्पत्ति से जुड़ा एक सबूत मांगा है।

फाइनेंशियल टाइम्स ने गुरुवार को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के शीर्ष चिकित्सा सलाहकार एंथनी फौसी ने चीन से वुहान की लैब में काम करने वाले तीन लोगों का मेडिकल रिकॉर्ड जारी करने को कहा है। माना जा रहा है कि इन लोगों की मेडिकल रिपोर्ट इस बात का अहम सुराग दे सकती हैं कि कोविड-19 की उत्पत्ति पहली बार वुहान की लैब से ही हुई या नहीं। 

'वुहान लैब के स्टाफ का मेडिकल रिकॉर्ड दो'

फौसी ने कहा कि "मैं उन तीन लोगों के मेडिकल रिकॉर्ड देखना चाहूंगा जिनके 2019 में बीमार होने की जानकारी सामने आई थी। क्या वे वास्तव में बीमार हुए थे, और यदि हां, तो कैसे?" वायरस की उत्पत्ति को लेकर अमेरिकी खुफिया एजेंसियां ​​​​अभी भी उन रिपोर्टों की जांच कर रही हैं जिनमें कहा गया है कि COVID-19 मामलों के सामने आने से एक महीने पहले वुहान के वायरोलॉजी लैब में कुछ लोग गंभीर रूप से बीमार हुए थे।

आरोपों को खारिज करता रहा चीन

वहीं, चीन अपनी लैब से वायरस लीक के इन आरोपों को लगातार खरिज करता रहा है। उसका कहना है कि वायरस वुहान में फैलने से पहले दूसरे इलाकों में फैला था। चीन का कहना है कि हो सकता है वायरस बाहर से आए खाने की शिपमेंट या जंगली जानवरों, व्यापार के जरिए चीन में फैला हो। डॉ. फासी ने बताया कि उनका मानना ​​​​है कि कोरोना वायरस पहले जानवरों के जरिए इंसानों में फैला था। इस पर नए सिरे से फिर से जांच करना बेहद ही जरूरी है। इसकी जांच आगे जारी रहनी चाहिए।

ट्रंप बोले- मैंने तो पहले ही कहा था...

इधर, कोरोना वायरस को लेकर शुरू से ही चीन पर हमलावर रहे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से ड्रैगन पर हमला बोला है। डोनाल्ड ट्रंप ने फिर दोहराया कि कोरोना वायरस, चीनी वायरस है जो वुहान के लैब से आया। उन्होंने कहा कि अमेरिका और दुनिया में कोरोना से जो तबाही हुई है, उसके लिए चीन को 10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करना चाहिए। बता दें कि दुनिया में पहली बार चीन के वुहान शहर में ही कोरोना का केस पाया गया था। फेसबुक- ट्विटर जैसी सोशल मीडिया कंपनियों से बैन झेल रहे डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान जारी किया है। समाचार एजेंसी के मुताबिक, उन्होंने लिखा, 'अब हर कोई, यहां तक ​​कि तथाकथित 'दुश्मन' ने भी यह कहना शुरू कर दिया कि डोनाल्ड ट्रंप वुहान लैब से निकले चीनी वायरस के बारे में सही थे। चीन को अमेरिका और दुनिया को कोरोना से मौत और विनाश के लिए 10 ट्रिलियन डॉलर का भुगतान करना चाहिए।'

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