Mahendrajit Singh Malviya: पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह ने BJP जॉइन की- विधायक पद से इस्तीफा दिया

Mahendrajit Singh Malviya - पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह ने BJP जॉइन की- विधायक पद से इस्तीफा दिया
| Updated on: 19-Feb-2024 05:31 PM IST
Mahendrajit Singh Malviya: बागीदौरा (बांसवाड़ा) से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन कर ली है। पार्टी जॉइन करते ही उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। वे दोपहर करीब 2 बजे जयपुर के बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे। यहां भाजपा नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली। प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने उन्हें भाजपा जॉइन कराई। भाजपा जॉइन कराने के बाद मालवीय ने मांग की कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए।

दरअसल, पिछले तीन दिनों से मालवीय दिल्ली में डटे थे और लगातार बीजेपी के नेताओं के संपर्क में थे। रविवार को उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा उन्हें शाह से मिलाने लेकर गए थे।

भाजपा जॉइन करने के बाद उन्होंने कहा कि 1977 में गांव से पैदल चल कर आया। एक दिन में 50 किलोमीटर तक का सफर किया। विश्व हिंदू प​रिषद जॉइन किया। एबीवीपी के बैनर पर प्रेसिडेंट बना, एबीवीपी के बैनर से वाइस प्रेसिडेंट बना। मुझे अब भाजपा में आने का मौका मिला।

उन्होंने कहा कि सरपंच एक दिन भी नहीं रहा और प्रधान बन गया। प्रधान रहते हुए एमपी बना। भाजपा ने सहयोग किया, लेकिन कांग्रेस ने मौका नहीं दिया। दो बार जिला प्रमुख बना। 4 बार विधायक रहा हूं।

कांग्रेस ने राम मंदिर जाने से रोका

मालवीय ने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से जब कांग्रेस पार्टी ने मना कर दिया, तब मुझे सबसे ज्यादा ठेस लगी। अगर मुझे अपने क्षेत्र का विकास करना है तो भाजपा के अलावा आदिवासी अंचल में काम करने वाला कोई नहीं है। पीएम मोदी की नीतियों ने मुझे प्रभावित किया है।

विधानसभा की सदस्यता जानी तय थी

मालवीय कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। वे भाजपा में शामिल हो गए हैं, इसलिए दल-बदल विरोधी कानून के तहत विधानसभा से उनकी सदस्यता जानी तय थी। मालवीय के इस्तीफे के बाद बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना तय है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के साथ इस सीट पर उपचुनाव हो सकते हैं।

राजस्थान कांग्रेस को बड़ा झटका

मालवीय के भाजपा जॉइन करने से प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के बड़े नेता और सीडब्ल्यूसी मेंबर महेंद्रजीत सिंह मालवीय दक्षिणी राजस्थान में बड़ा आदिवासी चेहरा माने जाते हैं। उनके जाने से आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ेंगी।

सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में ऑपरेशन लोटस की शुरुआत कर दी है। इसी के तहत आदिवासी क्षेत्र के बड़े नेता मालवीय की एंट्री करवाई गई है। ये अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले मारवाड़, शेखावाटी और पूर्वी राजस्थान से जुड़े कांग्रेस के कुछ बड़े नेता भी भाजपा में एंट्री कर सकते हैं।

मालवीय अब न विधायक बनेंगे, न ही सांसद

महेंद्रजीत सिंह मालवीय के बीजेपी में शामिल होने पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मालवीय जैसे लोगों के जाने से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा बल्कि पार्टी और मजबूत होगी। पिछली बार जब ये जीते तो इनकी शिकायतें आई थीं, इन्होंने स्पष्टीकरण दिया। अबकी बार भी इन्होंने सबको हराने का प्रयास किया। लेकिन रमिला, बामनिया, घोघरा और निनामा जीतकर आ गए। इसी कारण पिछली बार पार्टी ने इन्हें ढाई साल तक मंत्री नहीं बनाया था। आदिवासी और पुराने कांग्रेसी समझकर इस बार टिकट दिया।

डोटासरा ने कहा- इनको पता था कि इस बार इनको कांग्रेस से टिकट नहीं मिलेगा। इसलिए अपने अस्तित्व को बचाने की कुचेष्टा इन्होंने की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी राम मंदिर का विरोध नहीं किया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से राम मंदिर बना है। मालवीय राम मंदिर का बहाना बनाकर गए हैं क्योंकि उनका जनाधार खत्म हो चुका है। उनकी संदिग्ध गतिविधियों का जनता को पता लग गया है। अब ये न विधायक बनेंगे, न ही कभी सांसद। ऐसे व्यक्ति के जाने से कोई असर नहीं होगा। इतने बड़े नेता होते तो इन्हें 3 दिन दिल्ली में धक्के क्यों खाने पड़े। जयपुर आकर क्यों जॉइन करना पड़ा। अगर भाजपा कह रही थी कि 5 साल के कामों की जांच करवाएंगे, तो क्या इनकी भी जांच होगी।

बीजेपी डूंगरपुर-बांसवाड़ा से बना सकती है लोकसभा प्रत्याशी

मालवीय के पास लंबा सियासी तजुर्बा है। वे सरपंच से लेकर, प्रधान, विधायक और सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं। दक्षिणी राजस्थान, खास तौर पर बांसवाड़ा-डूंगरपुर में उनका मजबूत जनाधार है। भाजपा उन्हें डूंगरपुर-बांसवाड़ा से लोकसभा का उम्मीदवार बना सकती है। यहां से कनकमल कटारा सांसद हैं।

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