Goa Nightclub Fire: गोवा अग्निकांड: आरोपी लूथरा ब्रदर्स IndiGo फ्लाइट से थाईलैंड फरार, इंटरपोल की मदद से तलाश जारी
Goa Nightclub Fire - गोवा अग्निकांड: आरोपी लूथरा ब्रदर्स IndiGo फ्लाइट से थाईलैंड फरार, इंटरपोल की मदद से तलाश जारी
गोवा के एक नाइट क्लब में हुए भीषण अग्निकांड के मुख्य आरोपी, लूथरा ब्रदर्स, गौरव लूथरा और सौरभ लूथरा, देश से फरार हो गए हैं। यह जानकारी सामने आने के बाद जांच एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। दोनों आरोपी मुंबई से इंडिगो की फ्लाइट पकड़कर थाईलैंड के फुकेट भाग गए। गोवा पुलिस ने अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के माध्यम से इंटरपोल से मदद मांगी है ताकि उन्हें जल्द से जल्द भारत वापस लाया जा सके। इस घटना ने गोवा में नाइटलाइफ सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भीषण अग्निकांड और उसकी त्रासदी
यह दुखद घटना शनिवार, 6 दिसंबर को गोवा के एक लोकप्रिय नाइट क्लब 'बर्च बाय रोमियो लेन' में हुई थी। आधी रात के आसपास लगी इस आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया, जिसमें कम से कम 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, सभी मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। और उनके शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है। इस भयावह हादसे ने पूरे राज्य में शोक और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया था, जिसके बाद प्रशासन पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दबाव बढ़ गया था।आरोपियों का सुनियोजित पलायन
जानकारी के मुताबिक, जिस दिन यह भीषण अग्निकांड हुआ था, उसी दिन दोनों आरोपी गौरव। लूथरा और सौरभ लूथरा ने भारत से भागने की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन से मिली जानकारी के अनुसार, गोवा अग्निकांड में बार के दोनों मालिक आग लगने के तुरंत बाद, 7 दिसंबर को सुबह 05:30 बजे, इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E 1073 से फुकेट के लिए रवाना हो गए थे। यह दर्शाता है कि उन्होंने घटना के तुरंत बाद ही देश छोड़ने का फैसला कर लिया था, संभवतः कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए।पुलिस की प्रारंभिक कार्रवाई और लुक आउट सर्कुलर
घटना के बाद, गोवा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की। एफआईआर दर्ज होने के बाद, पुलिस की एक टीम रेस्टोरेंट बार मालिक गौरव और सौरभ लूथरा के दिल्ली स्थित घर पर भेजी गई थी। टीम ने आरोपियों के घर पर रेड की, लेकिन वे वहां नहीं मिले। इसके बाद, गोवा पुलिस ने उनके घर पर एक नोटिस चस्पा किया, जिसमें उन्हें जांच में सहयोग करने के लिए कहा गया था। 7 दिसंबर को ही दोनों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) भी जारी कर दिया गया था, ताकि वे देश छोड़कर न भाग सकें। हालांकि, जांच में सामने आया कि एलओसी जारी होने से पहले ही, 7 दिसंबर की सुबह 5:30 बजे, दोनों आरोपी मुंबई से फुकेट के लिए उड़ान भर चुके थे। यह तथ्य पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया, क्योंकि वे पहले ही देश की सीमाएं पार कर चुके थे।जांच से बचने की स्पष्ट मंशा
पुलिस का कहना है कि घटना के तुरंत बाद आरोपियों का देश छोड़कर भाग जाना उनकी जांच से बचने की नीयत को साफ दर्शाता है और आग लगने की घटना आधी रात के आसपास हुई थी और कुछ ही घंटों के भीतर, सुबह तड़के वे देश छोड़कर चले गए। यह उनकी पूर्व-नियोजित रणनीति का हिस्सा प्रतीत होता है, जिससे वे कानूनी शिकंजे से बच सकें। इस तरह का त्वरित पलायन अक्सर आपराधिक मामलों में देखा जाता है, जहां आरोपी अपनी गिरफ्तारी और पूछताछ से बचने की कोशिश करते हैं।अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की मांग
दोनों आरोपियों के विदेश भागने की जानकारी मिलने पर गोवा पुलिस ने तुरंत मुंबई इमिग्रेशन ब्यूरो से संपर्क किया। इसके बाद, गोवा पुलिस ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के इंटरपोल डिवीजन के साथ समन्वय स्थापित किया है। सीबीआई के माध्यम से इंटरपोल से मदद मांगी गई है ताकि गौरव और सौरभ लूथरा की लोकेशन ट्रेस की जा सके और उन्हें जल्द से जल्द पकड़कर भारत वापस लाया जा सके। इंटरपोल एक अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है जो सदस्य देशों को आपराधिक जांच में सहयोग करने में मदद करता है। यह प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है और उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिलेगी।
इस बीच, गोवा पुलिस ने इस मामले में एक अन्य आरोपी, नाइट क्लब के मैनेजर भरत कोहली को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। भरत कोहली को ट्रांजिट रिमांड पर गोवा लाया गया है, जहां उससे इस पूरे मामले और लूथरा ब्रदर्स के पलायन के बारे में गहन पूछताछ की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी से जांच में महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है, जिससे आग लगने के कारणों और लूथरा ब्रदर्स की भूमिका को और स्पष्ट किया जा सकेगा। पुलिस का मानना है कि भरत कोहली से मिली जानकारी। से फरार आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिल सकती है।