Gold Price Today: आज सोना ₹1,375 और चांदी ₹1,033 सस्ती: 13 दिन में गोल्ड ₹10,246 और चांदी ₹25,675 गिरी, जानें 3 वजह
Gold Price Today - आज सोना ₹1,375 और चांदी ₹1,033 सस्ती: 13 दिन में गोल्ड ₹10,246 और चांदी ₹25,675 गिरी, जानें 3 वजह
आज यानी 30 नवंबर को भारतीय सर्राफा बाजार में सोना और चांदी दोनों की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के अनुसार, 10 ग्राम सोने का भाव ₹1,375 गिरकर ₹1,19,253 हो गया है, जबकि बुधवार को यह ₹1,20,628 था। वहीं, चांदी ₹1,033 सस्ती होकर ₹1,45,600 प्रति किलोग्राम पर आ गई, जो 29 अक्टूबर को ₹1,46,633 प्रति किलोग्राम थी। यह गिरावट निवेशकों और खरीदारों दोनों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
रिकॉर्ड ऊंचाई से बड़ी गिरावट
इसी महीने की 17 तारीख को सोने ने ₹1,30,874 प्रति 10 ग्राम और चांदी ने ₹1,71,275 प्रति किलोग्राम का अपना सर्वकालिक उच्च स्तर (ऑलटाइम हाई) बनाया था। इन रिकॉर्ड स्तरों को छूने के बाद से, महज 13 दिनों के भीतर सोने की कीमत में ₹10,246 और चांदी की कीमत में ₹25,675 की भारी कमी आई है और यह दर्शाता है कि बाजार में एक बड़ा सुधार हुआ है, जिससे कीमती धातुओं की कीमतों में अचानक आए उछाल के बाद स्थिरता देखने को मिल रही है।
कीमती धातुओं की कीमतों में इस महत्वपूर्ण गिरावट के पीछे कई कारक जिम्मेदार हैं और बाजार विश्लेषकों के अनुसार, ये तीन मुख्य कारण हैं जिन्होंने वर्तमान मंदी में योगदान दिया है, जिससे निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन करने पर मजबूर होना पड़ा है। इन कारणों को समझना मौजूदा बाजार के रुझानों को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।भारत में मौसमी खरीदारी का अंत
भारत में दिवाली जैसे प्रमुख त्योहारों के बाद सोने और चांदी की मौसमी खरीदारी में कमी आई है। भारतीय संस्कृति में त्योहारों और शादियों के दौरान सोने-चांदी की खरीदारी को। शुभ माना जाता है, जिससे इन महीनों में मांग बढ़ जाती है। अब जब ये प्रमुख खरीदारी के अवसर समाप्त हो गए हैं, तो घरेलू बाजार में सोने-चांदी की मांग में स्वाभाविक रूप से कमी आई है, जिसका सीधा असर कीमतों पर दिख रहा है। मांग में कमी आमतौर पर कीमतों में गिरावट का कारण बनती है।वैश्विक तनाव में ढील और 'सेफ-हेवन' की भूमिका
सोना-चांदी को पारंपरिक रूप से 'सेफ-हेवन' संपत्ति माना जाता है, जिसका अर्थ है कि। आर्थिक अनिश्चितता या भू-राजनीतिक तनाव के समय निवेशक सुरक्षा के लिए इनमें निवेश करते हैं। हाल के समय में वैश्विक तनावों में कुछ कमी आई है, जिससे निवेशकों का जोखिम लेने की ओर झुकाव बढ़ा है और वे इक्विटी या अन्य उच्च-लाभ वाले निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं और वैश्विक अनिश्चितता घटने से सोने की 'सेफ-हेवन' अपील कम हुई है, जिससे इसकी मांग और कीमत दोनों प्रभावित हुई हैं।मुनाफावसूली और ओवरबॉट के संकेत
हालिया रैली के बाद, कई निवेशकों ने अपने निवेश पर मुनाफावसूली करना शुरू कर दिया है। जब कीमतें तेजी से बढ़ती हैं, तो निवेशक अपने लाभ को सुरक्षित करने के लिए बिक्री करते हैं और इसके अतिरिक्त, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) जैसे तकनीकी संकेतक यह संकेत दे रहे थे कि कीमतें 'ओवरबॉट' (अत्यधिक खरीदी गई) ज़ोन में पहुंच चुकी थीं, जिसका मतलब है कि कीमतें अपनी वास्तविक वैल्यू से ज्यादा बढ़ गई थीं। ऐसे में, ट्रेंड फॉलोअर्स और डीलरों ने बिकवाली शुरू कर दी, जिससे कीमतों पर नीचे की ओर दबाव पड़ा।इस साल अब भी काफी महंगे हैं सोना-चांदी
हालिया गिरावट के बावजूद, इस साल की शुरुआत से अब तक सोना और चांदी दोनों की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत ₹76,162 थी, जो अब ₹1,19,253 हो गई है, यानी ₹43,091 की वृद्धि। इसी तरह, 31 दिसंबर 2024 को एक किलोग्राम चांदी का भाव ₹86,017 था, जो अब ₹1,45,600 प्रति किलोग्राम हो गया है, यानी ₹59,583 की वृद्धि। यह दर्शाता है कि दीर्घकालिक निवेशकों के लिए सोना-चांदी अभी भी एक आकर्षक निवेश बने हुए हैं।सोना खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
सोना खरीदते समय हमेशा सतर्क रहना महत्वपूर्ण है। अपनी गाढ़ी कमाई का निवेश करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1 औरसर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें:
हमेशा भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) का हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड सोना ही खरीदें। हॉलमार्क पर एक अल्फान्यूमेरिक नंबर (जैसे AZ4524) होता है, जो सोने की शुद्धता (कैरेट) को दर्शाता है। यह सुनिश्चित करता है कि आप वही गुणवत्ता खरीद रहे हैं जिसके लिए भुगतान कर रहे हैं।
2.कीमत क्रॉस चेक करें:
सोने का सही वजन और खरीदने के दिन उसकी कीमत कई। विश्वसनीय स्रोतों, जैसे इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट से क्रॉस चेक करें। 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने के भाव अलग-अलग होते हैं, इसलिए अपनी जरूरत के अनुसार सही कैरेट की कीमत जांचना महत्वपूर्ण है।
IBJA द्वारा जारी की गई सोने की कीमतों में 3% GST, मेकिंग चार्ज और ज्वेलर्स का मार्जिन शामिल नहीं होता है, इसलिए शहरों के खुदरा दाम इनसे भिन्न हो सकते हैं और हालांकि, इन दरों का उपयोग भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के रेट तय करने और कई बैंकों द्वारा गोल्ड लोन की दरें निर्धारित करने के लिए किया जाता है। भविष्य में बाजार की चाल वैश्विक आर्थिक संकेतों और भू-राजनीतिक विकास पर निर्भर करेगी।