देश में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी है। 26 दिसंबर 2025 को सुबह के कारोबार में 24 कैरेट सोने का भाव प्रमुख शहरों में करीब 139,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड की कीमत 4,500 डॉलर प्रति औंस के पार बनी हुई है। इस साल सोने की कीमतों में करीब 70-73 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो 1979 के बाद सबसे मजबूत वार्षिक प्रदर्शन है। चांदी ने तो और भी कमाल दिखाया है – घरेलू और विदेशी बाजारों में इसकी कीमतों में 150 प्रतिशत से अधिक की उछाल आई है।
विश्लेषकों का मानना है कि भू-राजनीतिक तनाव, केंद्रीय बैंकों की निरंतर खरीदारी, कम ब्याज दरों की उम्मीद और औद्योगिक मांग के कारण यह रुझान आगे भी जारी रह सकता है। गोल्डमैन सैक्स ने 2026 के अंत तक सोने की कीमत 4,900 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का अनुमान जताया है, जबकि कुछ अन्य संस्थान इसे 5,000 डॉलर तक देख रहे हैं।
| शहर | 22 कैरेट (₹) | 24 कैरेट (₹) |
|---|---|---|
| दिल्ली | 127,810 | 139,410 |
| मुंबई | 127,660 | 139,260 |
| चेन्नई | 127,660 | 139,260 |
| कोलकाता | 127,660 | 139,260 |
| अहमदाबाद | 127,710 | 139,310 |
| हैदराबाद | 127,660 | 139,260 |
| जयपुर | 127,810 | 139,410 |
| पुणे | 127,660 | 139,260 |
| बेंगलुरु | 127,660 | 139,260 |
| लखनऊ | 127,810 | 139,410 |
नोट: ये भाव स्थानीय सराफा बाजार और GST/मेकिंग चार्ज से अलग हैं। वास्तविक कीमतें थोड़ी भिन्न हो सकती हैं।
चांदी ने इस साल सोने को भी पीछे छोड़ दिया है। 26 दिसंबर को चांदी का भाव 234,100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट सिल्वर 72-73 डॉलर प्रति औंस के आसपास कारोबार कर रहा है। औद्योगिक उपयोग (सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) में बढ़ती मांग और सप्लाई की कमी ने चांदी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, 2026 में भी सोने-चांदी में तेजी के आसार हैं। केंद्रीय बैंक खरीदारी जारी रहने, मुद्रास्फीति की चिंताओं और वैश्विक अनिश्चितताओं से सुरक्षित निवेश के रूप में इन धातुओं की मांग बनी रहेगी। हालांकि, अल्पकालिक उतार-चढ़ाव संभव है। निवेश से पहले विशेषज्ञ सलाह लें।