क्रिसमस की पूर्व संध्या पर घरेलू बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है। वैश्विक स्तर पर सुरक्षित निवेश की मांग, भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी के चलते पीली धातु चमक रही है। 24 दिसंबर 2025 को अंतरराष्ट्रीय बाजार में COMEX पर सोने की कीमत करीब 4,500 डॉलर प्रति औंस के आसपास पहुंच गई है, जो रिकॉर्ड स्तरों के करीब है। घरेलू बाजार में भी यह तेजी दिख रही है, जहां 24 कैरट सोना प्रमुख शहरों में 1.38 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार बना हुआ है।
देश के 10 प्रमुख शहरों में 24 कैरट, 22 कैरट और 18 कैरट सोने की कीमतें इस प्रकार हैं (नोट: ये भाव स्थानीय कर, मेकिंग चार्ज और बाजार उतार-चढ़ाव के आधार पर थोड़े बदल सकते हैं):
| शहर | 24 कैरट (₹) | 22 कैरट (₹) | 18 कैरट (₹) |
|---|---|---|---|
| दिल्ली | 1,38,710 | 1,27,160 | 1,04,070 |
| मुंबई | 1,38,560 | 1,27,010 | 1,03,920 |
| कोलकाता | 1,38,560 | 1,27,010 | 1,03,920 |
| चेन्नई | 1,39,320 | 1,27,710 | 1,04,510 |
| बेंगलुरु | 1,38,560 | 1,27,010 | 1,03,920 |
| हैदराबाद | 1,38,560 | 1,27,010 | 1,03,920 |
| लखनऊ | 1,38,710 | 1,27,160 | 1,04,070 |
| पटना | 1,38,610 | 1,27,060 | 1,03,970 |
| जयपुर | 1,38,710 | 1,27,160 | 1,04,070 |
| अहमदाबाद | 1,38,610 | 1,27,060 | 1,03,970 |
पिछले कुछ दिनों में सोने के भाव में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है, खासकर दिल्ली और लखनऊ जैसे शहरों में। तीन दिनों में 24 कैरट सोने में करीब 4,000-4,500 रुपये की उछाल आई है।
चांदी भी लगातार तेजी दिखा रही है। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में 1 किलोग्राम चांदी करीब 2,23,000-2,30,000 रुपये प्रति किग्रा पर कारोबार कर रही है, जबकि चेन्नई में यह 2,34,000 रुपये तक पहुंच गई है। पिछले तीन दिनों में चांदी में 9,000 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो औद्योगिक मांग और सुरक्षित निवेश की चाहत से प्रेरित है।
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की तेजी लंबे समय तक बनी रह सकती है। मशहूर अमेरिकी अर्थशास्त्री और मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट एड यार्डेनी (Yardeni Research के अध्यक्ष) ने भविष्यवाणी की है कि 2029 के अंत तक सोने की कीमत 10,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय कीमत करीब 4,500 डॉलर प्रति औंस होने से यह 120% से अधिक की बढ़ोतरी दर्शाती है। भारतीय बाजार में इससे सोना 3 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है।
यार्डेनी के अनुसार, सोना निवेश पोर्टफोलियो में आज भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इतिहास गवाह है कि सोने की बड़ी रैलियां अक्सर उम्मीद से ज्यादा लंबी चलती हैं। इस तेजी को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक:
क्रिसमस और नए साल के त्योहारी सीजन में ज्वेलरी की मांग बढ़ने से भी घरेलू भावों को सहारा मिल सकता है। निवेशकों के लिए सलाह है कि बाजार की उतार-चढ़ाव पर नजर रखें और विविधता बनाए रखें। सोना-चांदी खरीदने से पहले स्थानीय ज्वेलर से नवीनतम भाव जरूर चेक करें!