वैश्विक बाजारों में डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की अनिश्चित उम्मीदों के बीच सोने और चांदी की चमक लगातार दूसरे दिन फीकी पड़ गई। भारतीय सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोने के दाम प्रति 10 ग्राम ₹100 की गिरावट के साथ दिल्ली में ₹1,25,270 पर बंद हुए, जबकि 22 कैरेट सोना भी समान स्तर पर सस्ता हुआ। पिछले दो दिनों में कुल गिरावट ₹720 (24 कैरेट) और ₹660 (22 कैरेट) रही है। चांदी के भाव भी प्रति किलोग्राम ₹100 नीचे आए, दिल्ली में अब यह ₹1,62,900 पर उपलब्ध है। दो दिनों में चांदी ₹1,100 सस्ती हो चुकी है।
यह गिरावट निवेशकों के बीच सतर्कता बढ़ा रही है, खासकर त्योहारी मौसम के बाद। हालांकि, लंबी अवधि के विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी और भू-राजनीतिक तनाव सोने को मजबूत आधार प्रदान करेंगे। आइए, जानते हैं प्रमुख शहरों में आज के भाव और भविष्य के संकेत।
नीचे दी गई तालिका में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के आज के दाम दिए गए हैं। ये भाव स्थानीय बाजारों के अनुसार हैं और कर/मेकिंग चार्ज अतिरिक्त लागू हो सकते हैं:
| शहर | 22 कैरेट (₹) | 24 कैरेट (₹) |
|---|---|---|
| दिल्ली | 1,14,840 | 1,25,270 |
| मुंबई | 1,14,690 | 1,25,120 |
| कोलकाता | 1,14,690 | 1,25,120 |
| चेन्नई | 1,15,190 | 1,25,660 |
| बेंगलुरु | 1,14,690 | 1,25,120 |
| हैदराबाद | 1,14,690 | 1,25,120 |
| लखनऊ | 1,14,840 | 1,25,270 |
| पटना | 1,14,740 | 1,25,170 |
| जयपुर | 1,15,110 | 1,25,560 |
| अहमदाबाद | 1,14,840 | 1,25,270 |
नोट: चेन्नई और जयपुर जैसे दक्षिणी शहरों में थोड़ी प्रीमियम पर ट्रेडिंग हो रही है, जो स्थानीय मांग पर निर्भर करती है।
चांदी के बाजार में भी नरमी का रंग दिखा। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में प्रति किलोग्राम ₹1,62,900 का भाव रहा, जबकि चेन्नई और हैदराबाद में यह ₹1,70,900 तक पहुंचा—यानी चार प्रमुख शहरों में सबसे ऊंचा। पिछले दो दिनों में कुल ₹1,100 की गिरावट आई है, जो एक दिन पहले की स्थिरता के बाद आई।
याद रहे, इससे ठीक पहले चांदी में ₹3,000 की तेजी देखी गई थी, लेकिन उसके पूर्व ₹7,000 की भारी गिरावट ने बाजार को हिला दिया था। आज की गिरावट वैश्विक चांदी वायदा बाजार (MCX) के प्रभाव से जुड़ी है, जहां डॉलर इंडेक्स की मजबूती ने दबाव बनाया। निवेशक सलाह: छोटे निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि चांदी औद्योगिक मांग (जैसे सोलर पैनल और इलेक्ट्रॉनिक्स) पर भी निर्भर करती है।
आज की गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी डॉलर की मजबूती रही, जो सोने जैसी गैर-उपज वाली संपत्तियों को महंगी बनाती है। इसके अलावा, फेड की ब्याज दर कटौती की उम्मीदें धूमिल हो रही हैं, क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूती के संकेत मिले हैं। वैश्विक सोना स्पॉट प्राइस $4,000 प्रति औंस के आसपास कंसॉलिडेट हो रहा है, लेकिन शॉर्ट टर्म में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।
भारतीय बाजार में आयात शुल्क और मुद्रा विनिमय दरें भी भावों को प्रभावित करती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि डॉलर कमजोर होता है या भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता है (जैसे मिडिल ईस्ट या यूक्रेन), तो तत्काल उछाल संभव है।
हालांकि आज की गिरावट चिंताजनक लग रही है, लेकिन लंबी अवधि में सोने का बाजार मजबूत दिख रहा है। एचएसबीसी की ताजा 'थिंक फ्यूचर्स 2026' रिपोर्ट के अनुसार, सोने की कीमतों में तेजी जारी रहने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय बैंकों की सोना खरीदारी 2026 तक ऊंचे स्तर पर रहेगी, जो 2022 के 13% से बढ़कर 2025 की दूसरी तिमाही में 22% तक पहुंच गई है। इस दौरान सोने का भाव $2,000 से $4,000 प्रति औंस के पार चढ़ा, यानी 125% की वृद्धि।
एचएसबीसी ने 2025 के लिए औसत $3,355/औंस और 2026 के लिए $3,950/औंस का अनुमान लगाया है, जो पहले के पूर्वानुमानों से ऊंचा है। कारण? भू-राजनीतिक जोखिम, डॉलर विविधीकरण और गोल्ड ईटीएफ में संस्थागत निवेश। रिपोर्ट के मुताबिक, शॉर्ट टर्म में $4,000 के आसपास कंसॉलिडेशन हो सकता है, लेकिन उसके बाद नई तेजी की उम्मीद है। केंद्रीय बैंकों की खरीदारी ही कीमतों को मजबूत फ्लोर प्रदान करेगी।
निवेश टिप: यदि आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो गिरावट को खरीदारी का अवसर मानें। लेकिन हमेशा प्रमाणित ज्वैलर्स से ही लें और डिजिटल गोल्ड या ईटीएफ पर भी नजर रखें। बाजार की निगरानी के लिए MCX या स्थानीय सर्राफा संघ की वेबसाइट चेक करें।