PM Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्रि की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए नवरात्रि के पहले दिन से शुरू होने वाले जीएसटी बचत उत्सव की घोषणा की। उन्होंने देशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और बताया कि इस पर्व के पहले दिन से जीएसटी दरों में कटौती लागू होगी, जिससे कई उत्पादों की कीमतों में कमी आएगी। पीएम मोदी ने इससे पहले भी नोटबंदी (2016) और कोविड लॉकडाउन जैसे महत्वपूर्ण फैसलों की घोषणा राष्ट्र के नाम संबोधन के माध्यम से की थी।
पीएम मोदी ने कहा, "जीएसटी सुधार भारत की विकास गाथा को और तेज करेंगे।" उन्होंने 2014 में मिले जनादेश का जिक्र करते हुए कहा कि जीएसटी को जनहित और राष्ट्रहित में प्राथमिकता दी गई। केंद्र और राज्यों के संयुक्त प्रयासों से देश को दर्जनों करों के जाल से मुक्त किया गया और "एक राष्ट्र, एक कर" का सपना साकार हुआ। उन्होंने कहा, "सुधार एक सतत प्रक्रिया है। समय और देश की जरूरतों के अनुसार अगली पीढ़ी के सुधार आवश्यक हैं। यही कारण है कि नए जीएसटी सुधार लागू किए जा रहे हैं।"
प्रधानमंत्री ने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा, "हम वो सामान खरीदें जो मेड इन इंडिया हो, जिसमें हमारे नौजवानों की मेहनत और पसीना लगा हो।" उन्होंने हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाने और दुकानदारों से स्वदेशी सामान बेचने का आग्रह किया। साथ ही, राज्य सरकारों से भी आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को अपनाने की अपील की।
पीएम मोदी ने "नागरिक देवो भव:" के मंत्र को दोहराते हुए कहा कि नए जीएसटी सुधारों में इसकी झलक दिखेगी। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में इनकम टैक्स और जीएसटी में किए गए फैसलों से देशवासियों को 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के लिए इन सुधारों को महत्वपूर्ण बताया।
पीएम मोदी ने घोषणा की कि कल से नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी सुधार लागू होंगे, जिसमें अब केवल 5% और 18% के दो टैक्स स्लैब रहेंगे। इससे रोजमर्रा के सामान और सस्ते हो जाएंगे। 12% टैक्स स्लैब की 99% वस्तुएं अब 5% के दायरे में आएंगी, जबकि कई सामान और सेवाएं टैक्स-मुक्त या बहुत सस्ती हो जाएंगी।
नवरात्रि के पहले दिन से जीएसटी बचत उत्सव शुरू होगा, जिसका लाभ गरीब, मध्यम वर्ग, किसान और महिलाओं सहित सभी को मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा, "आपकी बचत बढ़ेगी और आप आसानी से चीजें खरीद पाएंगे।" यह उत्सव आत्मनिर्भर भारत के लिए एक बड़ा कदम है।
इससे पहले, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में सैनिकों के शौर्य की सराहना की थी और दुनिया को साफ संदेश दिया था कि भारत न्यूक्लियर ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने आतंकियों और उनके सरपरस्तों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की बात भी कही थी।