Operation Sindoor: पाकिस्तान का ऑपरेशन सिंदूर में कितना क्या-क्या तबाह हुआ? सामने आ गया आंकड़ा

Operation Sindoor - पाकिस्तान का ऑपरेशन सिंदूर में कितना क्या-क्या तबाह हुआ? सामने आ गया आंकड़ा
| Updated on: 03-Jun-2025 09:34 PM IST

Operation Sindoor: 6-7 मई की रात को शुरू हुआ भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष भारतीय सैन्य इतिहास के सबसे निर्णायक अभियानों में से एक बन गया। यह संघर्ष उस समय भड़का जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में आतंकियों द्वारा एक कायराना हमला किया गया। भारत ने इसका जवाब कूटनीतिक मंचों के बजाय सैन्य कार्रवाई से दिया। भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से एक बड़ी जवाबी कार्रवाई शुरू की, जिसने न केवल आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया बल्कि पाकिस्तान की सैन्य ताकत पर भी बड़ा प्रहार किया।

ऑपरेशन सिंदूर: जवाबी कार्रवाई की आंधी

पहलगाम आतंकी हमले के तुरंत बाद भारत ने गुप्त रूप से ऑपरेशन सिंदूर की योजना बनाई। इस अभियान में वायुसेना की सबसे घातक इकाइयों ने भाग लिया और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी अड्डों को सटीकता से निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। जवाबी कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर प्रत्यक्ष हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने समय रहते दुश्मन की चाल को नाकाम कर दिया।

इसके बाद भारत ने हमले को और तेज करते हुए पाकिस्तान की वायुसेना को भारी नुकसान पहुंचाया। राफेल और सुखोई-30MKI जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के एयरबेस और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। एयर स्ट्राइक में कई पाकिस्तानी विमानों, ड्रोनों और मिसाइल सिस्टम्स को नेस्तनाबूद कर दिया गया।

पाकिस्तान को हुआ नुकसान: आंकड़ों में तबाही

ANI की रिपोर्ट और सैन्य सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हमलों में पाकिस्तान को भारी नुकसान झेलना पड़ा। आंकड़ों के अनुसार:

  • 6 पाकिस्तानी लड़ाकू विमान ध्वस्त

  • 1 C-130 परिवहन विमान तबाह

  • 2 AEWC (एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल) विमान नष्ट

  • 10+ UCAV (अनमैन्ड कॉम्बैट एरियल व्हीकल) मारे गए

  • कई क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलें रोकी और नष्ट की गईं

विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि भारत की क्रूज मिसाइलों और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों ने वायु रक्षा की एक मिसाल पेश की। भोलारी एयरबेस पर स्थित स्वीडिश मूल के AEWC विमान को भी भारत ने सटीक निशाने से ध्वस्त कर दिया।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: मलबा उठाने की भी हिम्मत नहीं

रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान अभी भी अपने क्षतिग्रस्त एयरबेस से मलबा नहीं हटा पा रहा है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नुकसान कितना गहरा है। भारतीय खुफिया तंत्र के मुताबिक, पाकिस्तान के हैंगरों में मौजूद कई लड़ाकू विमान नष्ट हो चुके हैं, लेकिन उनकी गिनती अभी तक संभव नहीं हो सकी क्योंकि पाकिस्तानी सेना ने वहां से मलबा हटाना तक शुरू नहीं किया है।

भारत की तकनीकी श्रेष्ठता का प्रदर्शन

भारतीय वायुसेना के रडार और एयर डिफेंस नेटवर्क ने पाकिस्तानी विमानों की घुसपैठ को समय रहते पहचान लिया और उन्हें हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। इसके बाद राफेल और सुखोई विमानों ने सीमा पार कर दुश्मन के ठिकानों को ध्वस्त किया। इस अभियान में भारत की ड्रोन युद्ध तकनीक और एयर डिफेंस क्षमता पूरी तरह से प्रदर्शित हुई। चीन से मिले विंग लूंग सीरीज के ड्रोन भी भारतीय हमलों में भारी संख्या में नष्ट हो गए।

सीजफायर की मांग पर मजबूर हुआ पाकिस्तान

लगातार चार दिन चले इस संघर्ष ने पाकिस्तान की सैन्य रणनीति को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। 10 मई की दोपहर को जब पाकिस्तान के पास कोई विकल्प नहीं बचा, तब उसने सीजफायर की मांग की और संघर्ष विराम की घोषणा हुई। लेकिन तब तक भारत की ओर से एक स्पष्ट संदेश दिया जा चुका था — देश की सुरक्षा के खिलाफ कोई भी हरकत अब बिना करारा जवाब दिए नहीं छोड़ी जाएगी।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।