ट्रेंडिंग: थाईलैंड में सैकड़ों बंदरों के सड़क पर लड़ने से रुक गया ट्रैफिक; तस्वीरें आईं सामने

ट्रेंडिंग - थाईलैंड में सैकड़ों बंदरों के सड़क पर लड़ने से रुक गया ट्रैफिक; तस्वीरें आईं सामने
| Updated on: 28-Jul-2021 07:56 AM IST
बैंकाक: थाईलैंड (Thailand) में बीच सड़क बंदरों के दो विरोधी गैंग्स (Gangs of Wild Monkeys) के बीच भयंकर लड़ाई हो गई. इस घटना को देखकर लोग हैरान रह गए. ये जंगली बंदर एक-दूसरे से भिड़ रहे थे और चिल्लाने की आवाजें निकाल रहे थे. मध्य थाईलैंड के लोपबुरी शहर (Lopburi City) में इन बंदरों को आमतौर पर पर्यटकों द्वारा खाना खिलाया जाता रहा है. लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की वजह से लगे लॉकडाउन के चलते यहां पर जानवरों के लिए खाने की कमी हो गई है.

बंदरों का एक गैंग प्राचीन बौद्ध मंदिरों के खंडहरों के सामने बैठा हुआ था, तभी एक ग्रुप ने उसे सड़क पर खदेड़ना शुरू कर दिया. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि बंदरों के दो गैंग्स एक व्यस्त सड़क पर एक-दूसरे से भिड़ रहे हैं. वहीं, घबराए हुए ड्राइवर काफी देर तक अपनी कार से बाहर निकलने के लिए इंतजार करते हुए देखे गए. दोनों गैंग्स के बीच एक स्पष्ट अंतर को देखा जा सकता था. लेकिन कुछ बहादुर बंदर अपने अधिकार का दावा करने के लिए बीच में कूद गए और एक-दूसरे से हाथपाई करने लगे. ये बंदर एक-दूसरे को उकसाते हुए देखे गए.

इन दो जगहों का रहने वाला है बंदरों का गैंग

घटना के एक चश्मदीद ने बताया कि मैं मंदिर के पास एक बिल्डिंग में था, तभी मैंने बंदरों के चिल्लाने की आवाज को सुना. वहां पर बहुत सारे बंदर थे, जो एक-दूसरे के खिलाफ खड़े थे. उसने बताया कि मैं देख सकता था कि वे एक-दूसरे से बहस कर रहे थे. फिर वे सभी सड़क पर दौड़ पड़े और लड़ने लगे. इन बंदरों की संख्या काफी अधिक थी. बताया गया है कि बंदरों का एक गैंग प्राचीन मंदिर के भीतर का रहने वाला है, जो एक पॉपुलर टूरिस्ट डेस्टिनेशनल है. जबकि दूसरा गैंग एक खाली पड़े सिनेमाघर में रहता है.

लॉकडाउन से भूखे हो गए हैं बंदर

पिछले साल मार्च में भी बंदरों के गैंग्स के इस तरह भिड़ने की जानकारी सामने आई थी. इस दौरान दोनों गैंग्स खाने के एक टुकड़े को लेकर भिड़ गए. कोरोनावायरस से पहले तक लोपबुरी शहर में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते थे. ये पर्यटक बंदरों को मीठे पकवान खिलाते थे. हाल के दिनों में स्थानीय लोगों ने इन बंदरों को खाना खिलाना शुरू किया था. लेकिन इस महीने की शुरुआत में एक सख्त लॉकडाउन लागू कर दिया. इस वजह से लोगों को घरों में रहने पर मजबूर होना पड़ा और बंदरों को एक बार फिर भूखा होना पड़ा.

स्थानीय लोगों का मानना, बंदरों की वजह से आती है खुशहाली

शहर के अधिकारियों ने बंदरों की आबादी को काबू में करने का प्रयास किया है. इसके लिए बंदरियों को बांझ बनाने के प्रोग्राम चलाया गया है. राजधानी बैंकॉक से 95 मील उत्तर में बसे लोपबुरी में जंगली बंदरों की बड़ी आबादी रहती है. ये बंदर सड़कों और बिल्डिंगों के ऊपर घूमते हुए नजर आ जाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इन बंदरों की वजह से खुशहाली आती है और हर साल ये लोग उनके प्रति अपना सम्मान व्यक्त करते हैं.

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