SIP Calculator: भारत में शेयर बाजार में हाल के समय में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, लेकिन इसके बावजूद म्यूचुअल फंड सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। देश के आम निवेशक बढ़-चढ़कर एसआईपी में पैसा लगा रहे हैं। इसका कारण है कि लंबी अवधि में मोटा फंड बनाने के लिए एसआईपी एक बेहतरीन और विश्वसनीय विकल्प साबित हो रहा है। हालांकि, एसआईपी में शेयर बाजार से जुड़ा जोखिम होता है, लेकिन यही जोखिम लंबे समय में उच्च रिटर्न की संभावना भी लाता है। इसके अलावा, कंपाउंडिंग का जादू एसआईपी को और आकर्षक बनाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि अगर आप हर महीने 5000 रुपये की एसआईपी करते हैं, तो 15 साल में कितना फंड तैयार हो सकता है और निवेश से पहले किन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
एसआईपी में निवेश शुरू करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों को समझना जरूरी है ताकि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकें:
लंबी अवधि का निवेश: एसआईपी में जितनी लंबी अवधि के लिए निवेश किया जाता है, उतना ही ज्यादा फायदा मिलता है। कंपाउंडिंग का पूरा लाभ लंबे समय में मिलता है, क्योंकि ब्याज पर ब्याज मिलने से आपका निवेश तेजी से बढ़ता है।
कैपिटल गेन्स टैक्स: एसआईपी से मिलने वाले रिटर्न पर आपको कैपिटल गेन्स टैक्स देना पड़ सकता है। इसलिए अपने वित्तीय लक्ष्य तक पहुंचने के लिए थोड़ा अतिरिक्त समय निवेश में लगाना फायदेमंद हो सकता है।
उतार-चढ़ाव का जोखिम: एसआईपी में रिटर्न हमेशा एक समान नहीं रहता। शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण रिटर्न में भी बदलाव आता रहता है। इसलिए धैर्य और अनुशासित निवेश जरूरी है।
निवेश का लक्ष्य और जोखिम सहनशक्ति: अपने वित्तीय लक्ष्य और जोखिम सहन करने की क्षमता के आधार पर सही म्यूचुअल फंड का चयन करें। इक्विटी, डेट, या हाइब्रिड फंड में से अपने लिए उपयुक्त विकल्प चुनें।
एसआईपी में रिटर्न की गणना अनुमानित वार्षिक रिटर्न के आधार पर की जाती है। यह रिटर्न आपके द्वारा चुने गए म्यूचुअल फंड और बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है। आइए देखें कि अगर आप हर महीने 5000 रुपये की एसआईपी करते हैं, तो 15 साल में अलग-अलग रिटर्न दरों पर कितना फंड तैयार हो सकता है:
12% वार्षिक रिटर्न: यदि आपको औसतन 12% का वार्षिक रिटर्न मिलता है, तो 15 साल में आपका कुल निवेश (5,000 x 12 x 15 = 9 लाख रुपये) बढ़कर लगभग 23.79 लाख रुपये हो सकता है।
15% वार्षिक रिटर्न: अगर रिटर्न की दर 15% सालाना रहती है, तो 15 साल में आपका फंड बढ़कर लगभग 30.81 लाख रुपये हो सकता है।
18% वार्षिक रिटर्न: यदि आपको 18% का औसत रिटर्न मिलता है, तो 15 साल बाद आपका फंड लगभग 36.69 लाख रुपये तक पहुंच सकता है।
नोट: उपरोक्त गणना कंपाउंडिंग के आधार पर की गई है और यह अनुमानित रिटर्न पर आधारित है। वास्तविक रिटर्न बाजार की स्थिति और चुने गए फंड के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
कंपाउंडिंग का जादू: एसआईपी में नियमित निवेश और कंपाउंडिंग के कारण आपका पैसा समय के साथ तेजी से बढ़ता है।
रुपी कॉस्ट एवरेजिंग: बाजार के उतार-चढ़ाव में एसआईपी के जरिए आप औसत लागत पर निवेश कर सकते हैं, जिससे जोखिम कम होता है।
अनुशासित निवेश: हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करने से वित्तीय अनुशासन बना रहता है।
लचीलापन: आप अपनी जरूरत के अनुसार एसआईपी की राशि बढ़ा या घटा सकते हैं, या इसे कभी भी बंद कर सकते हैं।