IND vs AUS: दूसरे टी-20 मैच में भारत को मिली करारी हार, ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट से जीता मुकाबला

IND vs AUS - दूसरे टी-20 मैच में भारत को मिली करारी हार, ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट से जीता मुकाबला
| Updated on: 31-Oct-2025 05:49 PM IST
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टी-20 सीरीज का दूसरा मुकाबला भारतीय टीम के लिए निराशाजनक रहा। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 4 विकेट से करारी शिकस्त दी, जिससे मेजबान टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। सीरीज का पहला मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था, ऐसे में। अब भारतीय टीम को सीरीज जीतने के लिए बचे हुए तीनों मैच जीतने होंगे। यह हार भारतीय टीम के लिए एक कड़ा सबक साबित हुई है, खासकर अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले।

भारतीय बल्लेबाजी का पतन

टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही। भारतीय टीम ने अपने बल्लेबाजी क्रम में अजीबोगरीब बदलाव किए, जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा। 20 के स्कोर पर टीम को पहला झटका लगा, जब शुभमन गिल 10 गेंदों में सिर्फ 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद भारतीय टीम लगातार अंतराल पर विकेट गंवाती चली गई और देखते ही देखते 49 के स्कोर पर आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा जैसे प्रमुख बल्लेबाज भी सस्ते में आउट हो गए, जिससे टीम गहरे संकट में आ गई।

जोश हेजलवुड का कहर

ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड भारतीय टॉप ऑर्डर के लिए कहर बनकर टूटे। उन्होंने लगातार चार ओवर का स्पैल किया और सिर्फ 13 रन खर्च करते हुए 3 महत्वपूर्ण विकेट झटके और उनके शिकार शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा जैसे बल्लेबाज थे, जिन्होंने भारतीय पारी की कमर तोड़ दी। हेजलवुड की सटीक और अनुशासित गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया और पावरप्ले में ही भारत को बैकफुट पर धकेल दिया।

अभिषेक शर्मा और हर्षित राणा का संघर्ष

आधी टीम के पवेलियन लौटने के बाद, छठे विकेट के लिए अभिषेक शर्मा और हर्षित राणा के बीच 56 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई, जिसने भारतीय टीम को 100 रन के पार पहुंचाने में मदद की और अभिषेक शर्मा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 37 गेंदों में 8 चौके और 2 छक्कों की मदद से 68 रन की तूफानी अर्धशतकीय पारी खेली। वहीं, हर्षित राणा ने भी उनका बखूबी साथ निभाया और 33 गेंदों में 3 चौके और 1 छक्के की मदद से 35 रन बनाए। हालांकि, इन दोनों के अलावा भारत के बाकी 9 बल्लेबाज सिंगल डिजिट स्कोर में आउट हो गए, जिससे टीम 18. 4 ओवर में सिर्फ 125 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।

ऑस्ट्रेलिया की तूफानी शुरुआत

126 रन के छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को मिचेल मार्श और ट्रैविस हेड ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई और दोनों सलामी बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों पर हमला बोलते हुए पहले विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की। ट्रैविस हेड ने 15 गेंदों में 28 रन बनाए, जिसमें उनके कुछ आक्रामक शॉट शामिल थे। उनकी इस तेज शुरुआत ने ऑस्ट्रेलिया को पावरप्ले के अंदर ही मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।

भारतीय गेंदबाजों का प्रयास

ट्रैविस हेड के आउट होने के बाद, कप्तान मिचेल मार्श ने आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखी। उन्होंने 26 गेंदों में 2 चौके और 4 छक्कों की मदद से 46 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली और अर्धशतक बनाने से चूक गए। मार्श ने कुलदीप यादव के पहले ही ओवर में 20 रन बटोरे, जिससे ऑस्ट्रेलिया की जीत लगभग तय हो गई। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई पारी जीत के बेहद करीब आकर थोड़ी लड़खड़ाती हुई दिखी, जिसमें लक्ष्य से 2 रन पहले। जसप्रीत बुमराह ने लगातार 2 विकेट हासिल किए, लेकिन तब तक भारतीय टीम के लिए देर हो चुकी थी। ऑस्ट्रेलिया ने 13. 2 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया, यानी 40 गेंदें शेष रहते हुए। भारतीय गेंदबाजों ने छोटे लक्ष्य का बचाव करने की पूरी कोशिश की और वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह ने 2-2 विकेट अपने नाम किए। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने इतनी तेजी से रन बनाए कि भारतीय गेंदबाजों को वापसी करने का ज्यादा मौका नहीं मिला। शुरुआती विकेट न मिलने और मार्श-हेड की साझेदारी ने मैच का रुख ऑस्ट्रेलिया की ओर मोड़ दिया था।

मेलबर्न में 17 साल बाद हार

यह हार भारतीय टीम के लिए एक और मायने में महत्वपूर्ण है। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में टी20 क्रिकेट में भारत की यह सिर्फ दूसरी हार है। खास बात यह है कि यहां भारत की पिछली हार 17 साल पहले 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही आई थी। उसके बाद भारतीय टीम ने यहां लगातार जीत दर्ज की थी, जबकि सिर्फ एक मैच बेनतीजा रहा था। इस हार ने मेलबर्न में भारत के अजेय क्रम को तोड़ दिया है।

आगे की राह और टी20 विश्व कप की तैयारी

इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने 5 मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। भारतीय टीम को अब सीरीज जीतने के लिए बचे हुए तीनों मैच जीतने होंगे, जो एक बड़ी चुनौती होगी। यह मैच भारतीय टीम के लिए एक कड़ा सबक है, खासकर। बल्लेबाजी क्रम में स्थिरता और बड़े स्कोर बनाने की क्षमता को लेकर। अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप से पहले टीम को अपनी कमजोरियों। पर काम करना होगा और बेहतर रणनीति के साथ मैदान पर उतरना होगा।

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