IND vs ENG: करीब साढ़े चार साल पहले गाबा में ऑस्ट्रेलिया का गुरूर चकनाचूर करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने अब इंग्लैंड को भी उसकी धरती पर करारा जवाब दिया है। शुभमन गिल की कप्तानी वाली युवा और कम अनुभवी टीम इंडिया ने एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में मेजबान इंग्लैंड को 336 रनों के भारी-भरकम अंतर से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारत ने 58 साल के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए एजबेस्टन के मैदान पर पहली बार जीत दर्ज की। साथ ही गिल की कप्तानी में भी टीम इंडिया का खाता खुल गया।
बर्मिंघम का एजबेस्टन ग्राउंड भारतीय क्रिकेट के लिए हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। 1967 में पहली बार इस मैदान पर टेस्ट खेलने उतरी टीम इंडिया को तब से लेकर 2025 तक जीत नसीब नहीं हुई थी। 8 में से 7 टेस्ट हारने और 1986 में एक ड्रॉ के बाद, इस बार शुभमन गिल की अगुवाई में भारत ने इतिहास रच दिया। दिग्गज खिलाड़ियों और बड़े कप्तानों के बावजूद यह किला न भेदने वाली भारतीय टीम ने इस बार युवा जोश और नई रणनीति के दम पर यह कारनामा कर दिखाया। यह जीत 2021 में ब्रिसबेन के गाबा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली ऐतिहासिक जीत की याद दिलाती है।
6 जुलाई 2025 को टेस्ट के आखिरी दिन बारिश ने सभी की सांसें थाम दी थी। सुबह खेल शुरू होने से पहले बारिश ने देरी कर दी, जिससे जीत पर संशय के बादल मंडराने लगे। लेकिन शाम 5:10 बजे जब खेल शुरू हुआ, तो भारतीय गेंदबाजों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। स्टार पेसर आकाश दीप ने पहले सेशन में ही ऑली पोप और हैरी ब्रूक को पवेलियन भेजकर इंग्लैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। लंच से ठीक पहले वॉशिंगटन सुंदर ने कप्तान बेन स्टोक्स को आउट कर इंग्लैंड को और झटका दिया।
दूसरे सेशन में प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप ने क्रमशः क्रिस वोक्स और जेमी स्मिथ को आउट किया। स्मिथ 88 रन बनाकर लगातार दूसरे शतक से चूक गए, लेकिन आकाश ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला 5 विकेट हॉल पूरा किया। आखिरी विकेट के रूप में ब्रायडन कार्स को आउट कर आकाश ने इंग्लैंड को 271 रनों पर समेट दिया।
इस जीत ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया। पहला टेस्ट लीड्स में इंग्लैंड ने जीता था। एजबेस्टन में यह जीत भारत को पहली एशियाई टीम बनाती है, जिसने इस मैदान पर टेस्ट जीता। आकाश दीप ने पहली पारी में 4 और दूसरी में 6 विकेट लेकर कुल 10 विकेट हासिल किए और इंग्लैंड की धरती पर यह कारनामा करने वाले चेतन शर्मा (1986) के बाद दूसरे भारतीय गेंदबाज बने। इस जीत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की नई साइकल में भारत का खाता भी खोल दिया।
भारत ने पहली पारी में 587 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसमें शुभमन गिल ने 269 रनों की मैराथन पारी खेली। उनकी पारी में 30 चौके और 3 छक्के शामिल थे। यशस्वी जायसवाल (87 रन) और रवींद्र जडेजा (89 रन) ने भी अहम योगदान दिया, जबकि वॉशिंगटन सुंदर ने 42 रनों की उपयोगी पारी खेली। इंग्लैंड के लिए शोएब बशीर ने 3 विकेट लिए।
इंग्लैंड की पहली पारी की शुरुआत खराब रही। बेन डकेट और ऑली पोप बिना खाता खोले आउट हुए, जबकि जो रूट (22) और जैक क्राली (19) भी जल्दी पवेलियन लौट गए। 84/5 के स्कोर पर इंग्लैंड मुश्किल में थी, लेकिन हैरी ब्रूक और जेमी स्मिथ ने छठे विकेट के लिए 303 रनों की साझेदारी कर इंग्लैंड को संभाला। दोनों ने शतक जड़े, लेकिन मोहम्मद सिराज (6 विकेट) और आकाश दीप (4 विकेट) ने इंग्लैंड को 407 रनों पर समेट दिया। भारत को 180 रनों की बढ़त मिली।
दूसरी पारी में भारत ने 427 रन बनाकर पारी घोषित की और इंग्लैंड को 608 रनों का असंभव लक्ष्य दिया। शुभमन गिल ने एक बार फिर 161 रनों की शानदार पारी खेली। केएल राहुल (55 रन), ऋषभ पंत (65 रन), और रवींद्र जडेजा (69 रन) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।