IND vs AUS: मेलबर्न की पिच पर बल्लेबाजों का दबदबा, लेकिन बड़ी बाउंड्रीज चुनौती

IND vs AUS - मेलबर्न की पिच पर बल्लेबाजों का दबदबा, लेकिन बड़ी बाउंड्रीज चुनौती
| Updated on: 31-Oct-2025 06:00 AM IST
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला 31 अक्टूबर को ऐतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेला जाएगा। सीरीज का पहला मुकाबला कैनबरा के मनुका ओवल स्टेडियम में बारिश के कारण रद्द हो गया था, जिसके बाद अब सभी की निगाहें इस दूसरे मैच पर टिकी हुई हैं। यह मुकाबला न सिर्फ सीरीज के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि मेलबर्न की पिच रिपोर्ट भी चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि यह मैच के परिणाम में अहम भूमिका निभा सकती है।

ऐतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर मुकाबला

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड, जो अपने आप में क्रिकेट इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इस हाई-वोल्टेज टी20 मुकाबले की मेजबानी के लिए तैयार है। यह मैदान अपनी विशालता और शानदार दर्शक दीर्घाओं के लिए जाना जाता है,। जो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए एक अनूठी चुनौती पेश करता है। भारतीय टीम ने आखिरी बार नवंबर 2022 में इस मैदान पर टी20 मैच खेला था। मेलबर्न में भारतीय टीम का टी20 अंतरराष्ट्रीय में अब तक का रिकॉर्ड काफी शानदार रहा है, और टीम इंडिया इस रिकॉर्ड को बरकरार रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पहले मैच के रद्द होने के बाद, यह दूसरा मुकाबला दोनों टीमों के लिए सीरीज में बढ़त बनाने का पहला मौका होगा।

पिच रिपोर्ट: बल्लेबाजों का दबदबा, पर बड़ी बाउंड्रीज की चुनौती

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में होने वाले दूसरे टी20 मुकाबले की पिच रिपोर्ट की बात करें तो, यहां पर अब तक बल्लेबाजों का दबदबा देखने को मिला है और पिच आमतौर पर सपाट होती है और गेंद बल्ले पर अच्छी तरह से आती है, जिससे बल्लेबाजों को अपने शॉट्स खेलने में आसानी होती है। हालांकि, इस बल्लेबाजी-अनुकूल सतह के साथ एक महत्वपूर्ण पहलू जुड़ा है - मेलबर्न की विशाल बाउंड्रीज। इन बड़ी बाउंड्रीज के कारण बल्लेबाजों के लिए बड़े शॉट यानी छक्के लगाना आसान काम नहीं होता है और उन्हें गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाने के लिए अतिरिक्त ताकत और सटीक टाइमिंग की आवश्यकता होती है। इस वजह से, बल्लेबाज अक्सर चौकों और छक्कों पर पूरी तरह निर्भर रहने के बजाय, दो और तीन रन दौड़कर स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे मैच में रनिंग बिटवीन द विकेट्स का महत्व बढ़ जाता है।

MCG पर स्कोरिंग पैटर्न और ऐतिहासिक आंकड़े

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के आंकड़े स्कोरिंग पैटर्न की एक दिलचस्प तस्वीर पेश करते हैं। इस मैदान पर अब तक कुल 27 टी20 मुकाबले खेले जा चुके हैं, और इन सभी मैचों में एक बार भी स्कोर 200 रनों के पार नहीं पहुंचा है और यह दर्शाता है कि भले ही पिच बल्लेबाजों के लिए अनुकूल हो, लेकिन विशाल आउटफील्ड के कारण बड़े स्कोर बनाना कितना चुनौतीपूर्ण होता है। इस मैदान पर सर्वाधिक स्कोर 186 रनों का है। वहीं, एमसीजी के मैदान पर पहली पारी के औसत स्कोर को देखा जाए तो वह लगभग 141 रनों का है और ये आंकड़े बताते हैं कि एक बड़ा टोटल खड़ा करने के लिए बल्लेबाजों को लगातार प्रयास और रणनीतिक बल्लेबाजी की आवश्यकता होती है। यदि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम 170 या उससे अधिक रन बनाने में सफल होती है, तो उसके लिए मुकाबला जीतना थोड़ा आसान काम हो सकता है, क्योंकि यह लक्ष्य ऐतिहासिक रूप से इस मैदान पर चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है।

लक्ष्य का पीछा करना या पहले बल्लेबाजी: एक संतुलित दृष्टिकोण

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के ऐतिहासिक परिणाम टॉस जीतने के बाद अपनाई जाने वाली रणनीति के बारे में भी जानकारी देते हैं। अब तक खेले गए 27 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में से, पहले। बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 11 बार जीत हासिल की है। वहीं, लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम 15 बार मुकाबला जीतने में कामयाब रही है और यह आंकड़ा लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम के लिए थोड़ा सा फायदा दर्शाता है, जिससे यह संकेत मिलता है कि कप्तान टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का विकल्प चुन सकते हैं, इस उम्मीद में कि वे विपक्षी टीम को एक प्रबंधनीय स्कोर पर रोक सकें और फिर उसे आसानी से चेज कर सकें। हालांकि, जीत का अंतर बहुत अधिक नहीं है, जिसका अर्थ है कि मैच की स्थिति, उस दिन पिच का व्यवहार और स्कोरबोर्ड के दबाव के आधार पर दोनों रणनीतियाँ प्रभावी हो सकती हैं। परिस्थितियों के अनुकूल ढलने और योजनाओं को सफलतापूर्वक निष्पादित करने की क्षमता दोनों टीमों के लिए सर्वोपरि होगी।

मेलबर्न में टीम इंडिया का शानदार रिकॉर्ड

भारतीय महिला टीम का मेलबर्न के मैदान पर टी20 अंतरराष्ट्रीय में अब तक काफी शानदार रिकॉर्ड देखने को मिला है, और यह तथ्य इस महत्वपूर्ण दूसरे मैच में उनके आत्मविश्वास को निश्चित रूप से बढ़ाएगा। इस मैदान पर खेले गए 6 टी20 मैचों में से, भारत ने 4 में जीत हासिल की है, जबकि उन्हें केवल एक में हार का सामना करना पड़ा है और यह प्रभावशाली जीत प्रतिशत एमसीजी की परिस्थितियों के साथ उनकी परिचितता और सहजता को रेखांकित करता है। विशेष रूप से, अपने मौजूदा प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, भारत ने इस मैदान पर चार टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। इन मुकाबलों में, भारत ने दो मैचों में जीत दर्ज की है, एक में हार का सामना किया है, और एक मैच दुर्भाग्यवश बारिश के कारण रद्द हो गया था। यह ऐतिहासिक प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है, क्योंकि वे आगामी मुकाबले में अपने पिछले सफलताओं का लाभ उठाकर सीरीज में शुरुआती बढ़त हासिल करने का लक्ष्य रखेंगे और टीम इस प्रतिष्ठित स्थल पर अपनी जीत की लय को दोहराने और अपने मजबूत प्रदर्शन को जारी रखने के लिए उत्सुक होगी।

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