India-Pakistan War: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या का बदला लेने के लिए भारत ने जो कदम उठाया, उसने पूरी दुनिया को चौंका दिया और पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी। ऑपरेशन सिंदूर नाम से शुरू किए गए इस सैन्य अभियान ने पाकिस्तान के भीतर मौजूद आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया। इस हमले में भारत ने पाकिस्तान के नौ स्थानों पर सटीक हमले कर 100 से अधिक आतंकियों को ढेर कर दिया।
भारत की इस निर्णायक कार्रवाई के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने जवाबी हमला करने की नाकाम कोशिश की। पाकिस्तान ने तुर्की निर्मित ड्रोन के जरिए भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की योजना बनाई। लेकिन उसे अंदाज़ा नहीं था कि भारत का एयर डिफेंस सिस्टम अब किसी भी पुराने ज़माने की व्यवस्था से कहीं आगे निकल चुका है।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, भारतीय एयर डिफेंस और थलसेना ने मिलकर एक संयुक्त रणनीति के तहत पाकिस्तान के 600 से अधिक ड्रोन को मार गिराया। इस ऑपरेशन में 1000 से ज्यादा गन सिस्टम और करीब 750 शॉर्ट और मीडियम रेंज मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। भारतीय वायु सेना और सेना के बीच समन्वय का यह उत्कृष्ट उदाहरण था।
पाकिस्तान के संभावित हमले की आशंका को देखते हुए भारत ने एक विशेष जॉइंट एयर डिफेंस सेंटर की स्थापना की, जहां वायु सेना और सेना के विशेषज्ञों ने मिलकर पल-पल की निगरानी की। इस सेंटर की मदद से हर दुश्मन ड्रोन का पता लगाया गया और उन्हें सीमा में घुसने से पहले ही मार गिराया गया।
भारतीय सेना की रणनीति केवल रक्षात्मक ही नहीं, बल्कि चतुराई भरी भी थी। ड्रोन जैसे दिखने वाले डमी एयरक्राफ्ट को दुश्मन की सीमा के पास भेजा गया, जिससे पाकिस्तान को भ्रम हो गया कि भारतीय लड़ाकू विमान उसकी सीमा में घुस आए हैं। इसके जवाब में पाकिस्तान ने अपने एयर डिफेंस को सक्रिय किया — और यहीं से भारत को पाकिस्तान के संवेदनशील सैन्य ठिकानों की लोकेशन मिल गई। फिर भारत ने अपनी ब्रह्मोस मिसाइलों से इन ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया।
भारत के हमले की पुष्टि अब पाकिस्तान के ही दस्तावेज़ कर रहे हैं। पाकिस्तान एयरफोर्स ने अपने एयरबेस की मरम्मत के लिए टेंडर जारी किए हैं, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि भारत की मिसाइलों ने उसे गहरी चोट दी है। भारत ने दावा किया है कि 11 एयरबेस पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट हो चुके हैं।
भारत ने पहले ही चेतावनी दी थी कि यदि उसके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, तो परिणाम भुगतने होंगे। जब पाकिस्तान ने चेतावनी को नजरअंदाज किया, तब भारत ने एक सुनियोजित और निर्णायक हमला कर ऐसा जवाब दिया कि पाकिस्तान को सीजफायर की अपील करनी पड़ी।