IND vs ENG: 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला खेला जाएगा। यह मैच भारतीय टीम के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा, क्योंकि इस मैदान पर भारत अभी तक एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत पाया है। चाहे बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी, भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन इस मैदान पर औसत ही रहा है। लेकिन इस बार भारतीय गेंदबाजों के पास 43 साल के जीत के सूखे को खत्म करने का सुनहरा अवसर है।
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में अब तक केवल चार भारतीय गेंदबाज ही टेस्ट मैच में पांच विकेट हॉल ले पाए हैं। इनमें लाला अमरनाथ, वीनू मांकड़, सुरेंद्रनाथ और दिलीप दोशी का नाम शामिल है। आखिरी बार 1982 में दिलीप दोशी ने इस मैदान पर पांच विकेट हॉल लिया था। तब से लेकर अब तक कोई भी भारतीय गेंदबाज इस उपलब्धि को दोहरा नहीं पाया है। ऐसे में अगर आगामी टेस्ट में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप या कोई अन्य गेंदबाज पांच विकेट लेने में कामयाब होता है, तो वह 43 साल बाद इस मैदान पर यह कारनामा करने वाला पहला भारतीय गेंदबाज बन जाएगा।
इस सीरीज में भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व कर रहे जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने शानदार प्रदर्शन किया है। बुमराह ने अब तक दो टेस्ट मैचों में 12 विकेट हासिल किए हैं। वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते वह बर्मिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाए थे। वहीं, मोहम्मद सिराज ने तीनों टेस्ट मैच खेले हैं और 13 विकेट अपने नाम किए हैं। खास तौर पर बर्मिंघम टेस्ट में उनकी 7 विकेट की शानдар गेंदबाजी ने भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। युवा तेज गेंदबाज आकाश दीप ने भी बर्मिंघम टेस्ट में दोनों पारियों में 4 विकेट लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था।
जसप्रीत बुमराह के मैनचेस्टर टेस्ट में खेलने को लेकर अभी अनिश्चितता बनी हुई है। वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण उन्हें इस मैच में आराम दिया जा सकता है। हालांकि, अगर वह इस टेस्ट में खेलते हैं, तो उनके पास भारत को ओल्ड ट्रैफर्ड में पहली टेस्ट जीत दिलाने का मौका होगा। बुमराह की मौजूदगी भारतीय गेंदबाजी को और मजबूती देगी, और वह इस ऐतिहासिक मैदान पर इतिहास रचने की कोशिश करेंगे।
मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड भारत के लिए हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन मौजूदा फॉर्म को देखते हुए भारतीय गेंदबाज इस बार इतिहास बदल सकते हैं। बुमराह, सिराज और आकाश दीप की तिकड़ी इंग्लैंड की बल्लेबाजी को परेशान करने की पूरी क्षमता रखती है। अगर यह तिकड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करती है, तो भारत न केवल पांच विकेट हॉल का रिकॉर्ड बना सकता है, बल्कि इस मैदान पर पहली टेस्ट जीत भी हासिल कर सकता है।