देश: 'भारत के सबसे बड़े डिप्लोमेट श्रीकृष्ण और हनुमान थे', पुणे में बोले विदेश मंत्री

देश - 'भारत के सबसे बड़े डिप्लोमेट श्रीकृष्ण और हनुमान थे', पुणे में बोले विदेश मंत्री
| Updated on: 28-Jan-2023 10:26 PM IST
नई दिल्ली. विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) ने बिना नाम लिए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधा. उन्होंने भारत की धरती पर चीन (China) के सैनिकों के कब्जे से जुड़े सवाल पर बड़ा बयान दिया. विदेश मंत्री ने कहा, ‘अगर किसी जमीन की बात करते हैं तो ये जमीन 1962 में चीन ने कब्जा किया था, विपक्ष आपको बताते नहीं हैं, वे ऐसे दिखाएंगे ये कल परसो हुआ है.’ पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, ‘भारत के सबसे बड़े डिप्लोमेट श्रीकृष्ण और हनुमान थे. भगवान हनुमान तो मिशन से भी आगे बढ़ गए थे. मल्टी परपेज डिप्लोमेट थे.स्ट्रेजिक पेशेंस का बड़ा उदाहरण श्रीकृष्ण थे. महाभारत की कहानी रुल्स का उल्लंघन करने वालों की कहानी है. पांडवों की रेपुटेशन कौरवों से अच्छी थी.’

विदेश मंत्री ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए बड़ा बयान दिया. एस. जयशंकर ने राहुल गांधी और चीन के राजदूत के कथित संपर्क के मुद्दे पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि ‘अगर मेरी सोच में कमी है तो मैं अपनी फौज या इंटेलिजेंस से बात करूंगा. मैं चीनी एंबेसडर को बुलाकर अपनी खबर के लिए नहीं पूछता.’

ऑस्ट्रिया दौरे पर विदेश मंत्री ने दिया था बड़ा बयान

ऑस्ट्रिया दौरे के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाक‍िस्‍तान पर हमला बोलते हुए कहा था क‍ि भारत से आतंकवाद का एपीसेंटर बहुत ही ज्यादा नजदीक है. पाकिस्तान वही देश है जिसने मुंबई शहर पर हमला किया. होटलों और विदेशी पर्यटकों पर हमले क‍िए. हर दिन सीमा पार आतंकवादी भेजता है. उन्‍होंने आतंकवाद पर कड़ा रूख पेश करते हुए कहा था क‍ि अगर मैं चाहता तो आतंकवाद के इस केंद्र यानी एपीसेंटर शब्‍द की तुलना में और ज्‍यादा कठोर शब्दों का उपयोग कर सकता था. हमारे साथ जो हो रहा है, उसको ध्यान में रखते हुए एपीसेंटर एक बहुत ही ड‍िप्‍लोमेट‍िक वर्ड है.

पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने अपनी किताब ‘Never Give an Inch: Fighting for the America I Love’ में भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज पर गलत टिप्‍पणी की है.  इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा था कि किताब में अपमानजनक शब्‍दों की कड़ी निंदा करता हूं. हालांकि इस किताब में जयशंकर की बहुत तारीफ की गई है.

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।