Rohit Sharma News: पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा ने इस साल मई में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। इससे पहले, उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीतने के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट को अलविदा कह दिया था। वर्तमान में वह केवल वनडे फॉर्मेट में सक्रिय हैं। हाल ही में एक इवेंट में रोहित ने टेस्ट क्रिकेट को लेकर अपने अनुभव साझा किए और इसे मानसिक और शारीरिक रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण बताया।
रोहित ने टेस्ट क्रिकेट की जटिलताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा, "टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा फॉर्मेट है, जिसमें आपको लंबे समय तक मैदान पर रहना पड़ता है। पांच दिन तक चलने वाले इस खेल में मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की चुनौतियां होती हैं। यह बेहद थकाऊ हो सकता है, लेकिन हर क्रिकेटर फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलते हुए बड़ा होता है। मैंने भी मुंबई में क्लब क्रिकेट से शुरुआत की, जहां दो या तीन दिन के मैच खेले जाते थे। यह अनुभव छोटी उम्र से ही आपको लंबे फॉर्मेट की चुनौतियों के लिए तैयार करता है।"
रोहित ने आगे बताया कि टेस्ट क्रिकेट में सफलता के लिए तैयारी और एकाग्रता कितनी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "जब आप छोटे होते हैं, तो आप तैयारी के महत्व को नहीं समझते। लेकिन जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, आपको अहसास होता है कि यह खेल अनुशासन की मांग करता है। टेस्ट क्रिकेट में आपको हर दिन तरोताजा होकर मैदान पर उतरना होता है। एकाग्रता सबसे बड़ी कुंजी है, क्योंकि आप लगातार अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं। मेरे लिए, मुंबई के लिए खेलते हुए और फिर भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में उतरते समय, मेरा फोकस हमेशा सही तैयारी पर रहा।"
रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में 67 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 18 अर्धशतक और 12 शतक निकले। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने कई यादगार जीत हासिल कीं। हालांकि, पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उनकी कप्तानी पर सवाल उठने लगे। इसके बाद रोहित ने इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया।
अब केवल वनडे क्रिकेट में सक्रिय रोहित शर्मा का फोकस भारतीय टीम को और मजबूत करने पर है। उनके अनुभव और नेतृत्व कौशल का उपयोग वनडे फॉर्मेट में भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में हो सकता है। रोहित का यह खुलासा न केवल उनके टेस्ट करियर की चुनौतियों को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में सफलता के लिए कितनी मेहनत और समर्पण की जरूरत होती है।