IND vs ENG: लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर इंग्लैंड ने भारत को 22 रनों से हराकर टेस्ट सीरीज में शानदार जीत दर्ज की। इस मुकाबले में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने 8 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करते हुए अपनी गेंदबाजी का जादू दिखाया। आर्चर के शानदार प्रदर्शन ने इंग्लैंड को एक यादगार जीत दिलाई, जिसने भारतीय बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल दिया।
मैच के बाद जोफ्रा आर्चर ने एक ऐसा बयान दिया, जिसने भारतीय खेमे में हलचल मचा दी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह सीरीज के बचे हुए दोनों टेस्ट मैचों में खेलने के इच्छुक हैं। अगर आर्चर मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट में खेलते हैं, तो भारतीय बल्लेबाजों को उनकी रफ्तार और सटीकता का सामना करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। आर्चर ने बीबीसी को बताया, “अगर मुझे इजाजत मिलती है, तो मैं बाकी दो मैच भी खेल सकता हूं। मैं इस सीरीज को हारना नहीं चाहता। मैंने पहले ही कहा था कि भारत के खिलाफ सीरीज और एशेज में खेलना मेरा लक्ष्य है। मैं नवंबर में होने वाले एशेज के लिए हर संभव कोशिश करूंगा।”
जोफ्रा आर्चर का करियर चोटों से प्रभावित रहा है। बार-बार चोटिल होने के कारण वह लंबे समय तक इंग्लैंड की टेस्ट टीम से बाहर रहे। उनके करियर में अब तक ज्यादा टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला। इंग्लैंड की टीम मैनेजमेंट उनके वर्कलोड को ध्यान में रखते हुए अगले मैच में उनकी भागीदारी पर फैसला लेगी। हालांकि, आर्चर ने साफ कर दिया है कि वह सीरीज के बचे हुए दोनों मैचों में खेलकर अपनी फिटनेस और फॉर्म को साबित करना चाहते हैं। उनका लक्ष्य न केवल इस सीरीज में इंग्लैंड की जीत सुनिश्चित करना है, बल्कि आगामी एशेज सीरीज के लिए अपनी दावेदारी को और मजबूत करना भी है।
आर्चर ने इंग्लैंड के हेड कोच ब्रेंडन मैकुलम की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “जब से ब्रेंडन मैकुलम कोच बने हैं, इंग्लैंड की टीम ने शानदार क्रिकेट खेला है। उनके नेतृत्व में खिलाड़ियों की मानसिकता पूरी तरह बदल गई है। मैं भी उसी तरह आक्रामक और बेखौफ क्रिकेट खेलना चाहता हूं।” आर्चर ने यह भी कहा कि वह बाकी खिलाड़ियों की तरह हमेशा टीम की जीत में योगदान देना चाहते हैं।
भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का चौथा टेस्ट मैनचेस्टर में 23 जुलाई से शुरू होगा। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या जोफ्रा आर्चर को इस मैच में खेलने का मौका मिलेगा। अगर वह खेलते हैं, तो भारतीय बल्लेबाजों के लिए यह एक बड़ी चुनौती होगी। आर्चर की रफ्तार, स्विंग और बाउंसर भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप के लिए पहले ही परेशानी का सबब बन चुके हैं।