Jharkhand Floor Test: झारखंड में CM चंपई सोरेन ने विधानसभा में साबित किया बहुमत- बच गई सरकार

Jharkhand Floor Test - झारखंड में CM चंपई सोरेन ने विधानसभा में साबित किया बहुमत- बच गई सरकार
| Updated on: 05-Feb-2024 05:53 PM IST
Jharkhand Floor Test: झारखंड में सोमवार को चंपई सोरेन सरकार की अग्नि परीक्षा हुई, जिसमें वे सरकार बचाने में कामयाब हो गए. महागठबंधन सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत साबित कर दिया. इस बीच विधायकों को विधानसभा में बस के जरिए लाया गया था. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी विधानसभा में मौजूद रहे. वह इस समय ईडी की हिरासत में हैं और केंद्रीय एजेंसी उनको लेकर विधानसभा पहुंची थी. फ्लोर टेस्ट के दौरान महागठबंधन के पक्ष में 47 वोट पड़े हैं, जबकि विपक्ष में 29 वोट पड़े हैं.

झारखंड फ्लोर टेस्ट लाइव अपडेट…

  • झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने विधानसभा में विश्वासमत हासिल कर लिया है. फ्लोर टेस्ट के दौरान महागठबंधन के पक्ष में 47 वोट पड़े हैं, जबकि विपक्ष में 29 वोट पड़े हैं.
  • नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि चंपई को मजबूरी में आज मौका मिला है. हेमंत सोरेन आदिवासी लीडर हो सकते हैं, आदिवासियों के लीडर नहीं हो सकते. अपने ही विधायकों पर इन्हें विश्वास नहीं है.
  • हेमंत सोरेन ने कहा कि 50 एकड़ जमीन के गलत मामले में मुझे फंसाया गया. साबित कर दें तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा. कुछ भी कर लें सिर झुकाकर चलना नहीं सीखा है. आंसू नहीं बहाऊंगा, वक्त के लिए बचाकर रखूंगा. ये नहीं चाहते हैं कि आदिवासी आगे बढ़ें. मेरे हवाई जहास से चलने से. मेरे 5 स्टार होटल में रुकने से, BMW कार में चलने से, सत्ता में आने से इन्हें तकलीफ होती है.
  • झारखंड के पूर्व सीएम ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग आदिवासी दलितों से घृणा करते हैं. जंगल मे थे, इनको जंगल मे ही रहना चाहिए. हमें अछूत की तरह देखते हैं. हमने हार नही मानी है.
  • हेमंत सोरेन ने कहा है कि सुनियोजित तरीके से पूरी पटकथा लिखी जा रही थी. धीमी आंच पर पकवान को पकाया जा रहा था. येन केन प्रकारेण मुझे अपनी गिरफ्तर में लिया है.
  • देश के लोकतंत्र में 31 तारीख की रात काले अध्याय के रूप में जुड़ी है. देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हुई. इस घटना में राजभवन में भी शामिल रहा है.
  • मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने विधानसभा में कहा कि गर्व से कहता हूं कि मैं हेमंत सोरेन का पार्ट-2 हूं.
  • चंपई सोरेन ने अपने सरकार के लिए विश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा ‘हेमंत बाबू हैं तो, हिम्मत है’ के नारे के बोलना शुरू किया.
  • राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के अभिभाषण के दौरान सत्ता पक्ष के सभी विधायक खड़े होकर विरोध जता रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर सत्ता पक्ष के 47 विधायक सदन में मौजूद है, जिसमें 1 मनोनीत सदस्य हैं.
  • राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की अभिभाषण के दौरान सत्ता पक्ष के विधायक हूटिंग कर रहे हैं. सदन के अंदर ‘केंद्र सरकार हाय-हाय’ के नारे लग रहे हैं.
  • राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण ने अभिभाषण शुरू किया.
  • हेमंत सोरेन सत्ता पक्ष की सीटिंग अरेंजमेंट के पहली पंक्ति में हेमंत सोरेन बैठे है. बीजेपी विधायक सदन के अंदर हेमंत सोरेन मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं.
  • झारखंड की विधानसभा में हेमंत सोरेन मौजूद हैं. इस बीच सदन के अंदर हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारे लग हैं.
  • मुख्यमंत्री चंपई सोरेन बहुमत साबित करने के लिए अपनी सरकार के शक्ति परीक्षण में भाग लेने के लिए विधानसभा पहुंचे.
झारखंड के विशेष विधानसभा सत्र की शुरुआत हो गई है.

विश्वास मत हासिल करने से पहले जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने दावा किया था कि उनके पास 47 से कम विधायक नहीं हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि विश्वास मत के लिए चंपई सोरेन को बहुत कम समय दिया गया. 5 तारीख दी गई, जबकि नीतीश कुमार को 12 तारीख तक का समय दिया गया.

बीजेपी के प्रवक्ता प्रतुल शाह देव का दावा किया था है कि विश्वास प्रस्ताव का नतीजा जो भी हो, लेकिन झारखंड हार गया. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने झारखंड को अपमानित किया गया. झारखंड की नेता प्रतिपक्ष अमर कुमारी बाउरी ने भी हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली पिछली राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने वादों को पूरा करने के बजाय भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दी. उन्होंने कहा था कि हमें उम्मीद है कि चंपई सोरेन उन वादों को पूरा करेंगे जिनके लिए वे चुने गए थे. जेएमएम और कांग्रेस विधायक अभी भी हिरासत में हैं. आज विधानसभा में हम जानना चाहते हैं कि विधायकों की अंतरात्मा क्या कहेगी?

विधायकों को ले जाया गया था हैदराबाद

पिछले सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद चंपई सोरेन नए मुख्यमंत्री बने हैं. सत्तारूढ़ जेएमएम के नेतृत्व वाला गठबंधन खरीद-फरोख्त के डर से अपने विधायकों को हैदराबाद के एक रिसॉर्ट में ले गया था, जहां से रविवार शाम को अपने विधायकों को वापस रांची ले आया.

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