कनिका पर अब कानूनी शिकंजा: पुलिस ने 30 अप्रैल को थाने में पेश होने का थमाया नोटिस
कनिका पर अब कानूनी शिकंजा - पुलिस ने 30 अप्रैल को थाने में पेश होने का थमाया नोटिस
लखनऊ | बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर जानलेवा कोरोनावायरस को मात देकर अपने परिवार के साथ समय बिता रही हैं। लेकिन अब उन पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। सोमवार को सरोजनी नगर पुलिस महानगर स्थित कनिका के आवास पहुंची। जहां उन्हें नोटिस तामील कराई गई। कनिका ने खुद नोटिस हासिल की है। पुलिस ने गायिका को 30 अप्रैल की सुबह 11 बजे सरोजनीनगर पुलिस स्टेशन तलब किया है। सूत्रों के अनुसार, कनिका कपूर प्लाज्मा डोनेट करेंगी। पीजीआई लखनऊ की टीम उनका प्लाज्मा लेगी। मालूम हो कि, लखनऊ में प्लाज्मा से कोरोना संक्रमितों का इलाज रविवार से ही शुरू किया गया है। दूसरों की जान खतरे में डालने का है आरोपकनिका कपूर लखनऊ के महानगर इलाके में शालीमार गैलन्ट अपार्टमेंट में माता-पिता के साथ रहती हैं। सोमवार को सरोजिनी नगर थाने से चौकी इंचार्ज जग प्रसाद खुद नोटिस लेकर कनिका के घर पहुंचे। कनिका ने जांच में सहयोग करते हुए नोटिस रिसीव की। पुलिस ने उन्हें 30 अप्रैल की सुबह 11 बजे पुलिस स्टेशन पर पेश होने के लिए नोटिस दिया है। दरअसल, कनिका के खिलाफ सरोजनी नगर थाने में दूसरों की जान खतरे में डालने सहित आईपीसी की धारा 188, 269 व 270 के तहत केस दर्ज किया गया था। कोरोना से ठीक होने के बाद कनिका ने पहली तस्वीर पोस्ट कीकनिका कपूर ने कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट की है। इस तस्वीर में कनिका अपने माता-पिता के साथ आराम से चाय पीती नजर आ रही हैं। कनिका फोटो का कैप्शन लिखा है कि, आपको बस एक प्यारी मुस्कान, एक प्यारा दिल और गर्म चाय के कप की जरूरत है। मैंने कोई पार्टी होस्ट नहीं की, जब लक्षण दिखे तो टेस्ट कराया था: कनिकाइससे पहले रविवार को कनिका कपूर ने सोशल मीडिया पर अपनी सफाई दी थी। कनिका ने लिखा- वह इस समय अपने लखनऊ वाले घर में हैं। माता-पिता के साथ क्वालिटी टाइम बिता रही हैं। जब 10 मार्च को वह लंदन से मुंबई आई थी, तब एयरपोर्ट पर जांच भी की गई थी। उस समय क्वारैंटाइन में रहने के संबंध में कोई एडवायजरी नहीं थी। इसके बाद जब वह मुम्बई से लखनऊ आईं, तब भी उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था। न ही एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई। उस समय स्वास्थ्य की कोई समस्या नहीं थी, इसलिए कुछ कार्यक्रमों में गई थी। खुद कोई पार्टी आयोजित नहीं की। 17 मार्च को जब उन्हें कुछ समस्या लगी, तब खुद से कोरोनावायरस टेस्ट कराने को कहा था। टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद 20 मार्च को अस्पताल चली गई। मैं उम्मीद करती हूं कि इस मैटर से लोग सच्चाई और संवेदनशीलता के साथ डील करें। इंसान पर नकारात्मकता थोपने से सच्चाई नहीं बदलती।