Karun Nair News: भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज करुण नायर को 8 साल के लंबे अंतराल के बाद इंग्लैंड के खिलाफ 2025 में खेली गई पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में वापसी का मौका मिला। यह उनके लिए एक सुनहरा अवसर था, क्योंकि नायर ने 2016 में चेन्नई टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक लगाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। हालांकि, इस बार वह इस मौके को भुनाने में नाकाम रहे। चार टेस्ट मैचों में केवल एक अर्धशतक के साथ उनका प्रदर्शन उम्मीदों से काफी नीचे रहा। इस प्रदर्शन ने न केवल प्रशंसकों को निराश किया, बल्कि पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी उनके टेस्ट करियर को लेकर चिंता जताई।
इरफान पठान ने अपने यूट्यूब चैनल पर करुण नायर के प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा,
“इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में करुण नायर को अच्छी शुरुआत मिलती रही, लेकिन वो इसका फायदा नहीं उठा पाए। इस दौरान करुण केवल एक अर्धशतक ही ठोक पाए। उन्हें कई मौके मिले। क्रिकेट ने उन्हें निश्चित रूप से दूसरा मौका दिया, लेकिन वे इसका उस तरह से फायदा नहीं उठा पाए, जैसा उन्हें उठाना चाहिए था।”
इरफान ने विशेष रूप से लॉर्ड्स टेस्ट का जिक्र किया, जहां नायर के पास भारत को मैच जिताने का शानदार अवसर था, लेकिन वह इसे भुनाने में असफल रहे। इरफान का मानना है कि नायर ने इस सीरीज में अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं किया।
करुण नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला था। 8 साल बाद मिले इस मौके में उन्होंने चार टेस्ट मैचों में हिस्सा लिया, जिसमें उनका प्रदर्शन निम्नलिखित रहा:
पहला टेस्ट: पहली पारी में 0 रन, दूसरी पारी में 20 रन।
दूसरा टेस्ट: पहली पारी में 31 रन, दूसरी पारी में 26 रन।
तीसरा टेस्ट: पहली पारी में 40 रन, दूसरी पारी में 14 रन।
चौथा टेस्ट: मौका नहीं मिला।
पांचवां टेस्ट: पहली पारी में 57 रन (सीरीज का सर्वश्रेष्ठ स्कोर), दूसरी पारी में 17 रन।
चार मैचों में नायर ने 25.62 की औसत से कुल 205 रन बनाए, जिसमें केवल एक अर्धशतक शामिल था। यह प्रदर्शन उस खिलाड़ी से कहीं कम था, जिसने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ 303 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
करुण नायर का नाम भारतीय क्रिकेट में तब सुर्खियों में आया था, जब उन्होंने 2016 में चेन्नई टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 303 रनों की नाबाद पारी खेली थी। यह भारत के लिए दूसरा टेस्ट तिहरा शतक था, और नायर ने इसे केवल अपने छठे टेस्ट मैच में हासिल किया था। इस उपलब्धि ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया था, लेकिन इसके बाद उनके करियर में उतार-चढ़ाव का दौर शुरू हुआ।
इंग्लैंड के खिलाफ 2025 की टेस्ट सीरीज में नायर का प्रदर्शन उनकी वापसी के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ। पहले टेस्ट में खाता न खोल पाना और लगातार छोटी पारियां खेलना उनके आत्मविश्वास के लिए नुकसानदायक रहा। पांचवें टेस्ट में 57 रनों की पारी ने जरूर कुछ उम्मीद जगाई, लेकिन यह भारत की जीत के लिए पर्याप्त नहीं थी। नायर की तकनीक और दबाव में रन बनाने की क्षमता पर सवाल उठने लगे हैं।
इरफान पठान की टिप्पणी और नायर के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए उनके टेस्ट करियर पर सवालिया निशान लग गया है। 33 साल की उम्र में, उनके पास अभी भी समय है, लेकिन भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाए रखने के लिए उन्हें घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। रणजी ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट में बड़े स्कोर बनाकर वह चयनकर्ताओं का ध्यान फिर से खींच सकते हैं। हालांकि, मौजूदा फॉर्म को देखते हुए, यह रास्ता आसान नहीं होगा।