IND vs SA 1st Test: कोलकाता टेस्ट में भारत की शर्मनाक हार, साउथ अफ्रीका ने ईडन गार्डन्स में रचा इतिहास
IND vs SA 1st Test - कोलकाता टेस्ट में भारत की शर्मनाक हार, साउथ अफ्रीका ने ईडन गार्डन्स में रचा इतिहास
कोलकाता के प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम को साउथ अफ्रीका के हाथों 30 रनों की करारी हार का सामना करना पड़ा। यह हार इसलिए भी अधिक चौंकाने वाली है क्योंकि टीम इंडिया के सामने जीत के लिए मात्र 124 रनों का लक्ष्य था, जिसे वह हासिल करने में विफल रही और 93 रन पर ऑलआउट हो गई। इस जीत के साथ ही साउथ अफ्रीका ने न केवल दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है, बल्कि ईडन गार्डन्स के मैदान पर एक नया इतिहास भी रच दिया है।
ईडन गार्डन्स में ऐतिहासिक रिकॉर्ड
साउथ अफ्रीका की टीम ने ईडन गार्डन्स के मैदान पर सबसे कम स्कोर को सफलतापूर्वक डिफेंड करके इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया है। इससे पहले इस मैदान पर डिफेंड किया गया सबसे कम स्कोर 192 रन का था, जिसे भारत ने 1992 में इंग्लैंड के खिलाफ बचाया था। साउथ अफ्रीका ने 124 रनों के छोटे से लक्ष्य को बचाकर इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जो उनकी गेंदबाजी और फील्डिंग की असाधारण क्षमता को दर्शाता है। यह भारतीय टीम के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर जब वे अपने घरेलू मैदान पर खेल रहे थे।तीसरे दिन का खेल और साउथ अफ्रीका का दबदबा
मैच के तीसरे दिन की शुरुआत साउथ अफ्रीका ने 93/7 के स्कोर से की थी और अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा ने दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए अर्धशतक जड़ा। उन्होंने टीम के लिए सर्वाधिक 55 रन बनाए और पूरी पारी में एक छोर संभाले रखा। उनके अलावा कॉर्बिन बॉश ने भी 37 गेंदों में 25 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे साउथ अफ्रीका 153 रन पर ऑलआउट होने के बावजूद भारत के सामने 124 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखने में सफल रही और इस दिन का खेल पूरी तरह से साउथ अफ्रीका के नाम रहा, क्योंकि उन्होंने न केवल अपनी बल्लेबाजी को संभाला बल्कि भारतीय बल्लेबाजों पर भी दबाव बनाए रखा।भारतीय बल्लेबाजी का निराशाजनक प्रदर्शन
124 रनों के अपेक्षाकृत छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह से लड़खड़ा गई। टीम के लिए दूसरी पारी में सबसे ज्यादा रन वाशिंगटन सुंदर ने बनाए, जिन्होंने 31 रनों का योगदान दिया और अक्षर पटेल ने कुछ बड़े शॉट्स खेलकर टीम को जीत दिलाने की कोशिश जरूर की। उन्होंने केशव महाराज पर लगातार चौके-छक्के लगाए और उम्मीद जगाई, लेकिन 17 गेंदों में 26 रन बनाकर एक खराब शॉट खेलकर पवेलियन लौट गए और उनके आउट होते ही भारतीय पारी ढह गई और केशव महाराज ने मोहम्मद सिराज को आउट कर भारत की पारी का अंत कर दिया। कप्तान शुभमन गिल गर्दन में ऐंठन के कारण दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने नहीं उतरे, जो टीम के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ।साइमन हार्मर का गेम-चेंजिंग प्रदर्शन
साउथ अफ्रीका की जीत में स्पिनर साइमन हार्मर का प्रदर्शन निर्णायक रहा। उन्होंने दूसरी पारी में 4 विकेट सहित पूरे मैच में कुल 8 विकेट झटके। हार्मर ने अपनी सटीक गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया और महत्वपूर्ण समय पर विकेट लेकर मैच का रुख साउथ अफ्रीका की ओर मोड़ दिया। उनकी गेंदबाजी ने भारतीय टीम को दबाव में ला दिया और उन्हें लक्ष्य तक पहुंचने से रोक दिया। हार्मर को इस मैच में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ‘गेम चेंजर’ के रूप में याद किया जाएगा।घर में 15 साल बाद हार
यह हार भारतीय टीम के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है और भारत को अपने घर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 15 साल बाद हार का सामना करना पड़ा है। पिछली बार भारत को 2010 में ग्रीम स्मिथ की कप्तानी में नागपुर में साउथ अफ्रीका से हार मिली थी। यह हार भारतीय टीम के घरेलू मैदान पर अजेय रिकॉर्ड पर एक धब्बा है और उन्हें आगामी मैचों के लिए अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर करेगी। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने वाली साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 159 रन बनाए थे, जिसके जवाब में भारत ने 189 रन बनाकर 30 रनों की बढ़त ली थी। हालांकि, यह बढ़त अंततः टीम के काम नहीं आई।