देश: कुछ दिनों में जेल की सलाखों के पीछे होगा माल्या, भारत लाने की कानूनी कार्रवाई पूरी- रिपोर्ट्स

देश - कुछ दिनों में जेल की सलाखों के पीछे होगा माल्या, भारत लाने की कानूनी कार्रवाई पूरी- रिपोर्ट्स
| Updated on: 03-Jun-2020 04:46 PM IST
नई दिल्ली। भगोड़े शराब कारोबारी और बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस (Kingfisher Airlines) के संस्थापक विजय माल्या (Vijay Mallaya) का अगले कुछ दिनों में कभी भी प्रत्यर्पण किया जा सकता है। अंग्रेजी के बिजनेस अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। आपको बता दें कि पूर्व सांसद और देश की सबसे बड़ी शराब कंपनी युनाइटेड ब्रुअरीज के मालिक माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस शुरू की जो बाद में बंद हो गई। उस पर 9000 करोड़ रुपये के फ्रॉड और मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया। लेकिन वो व्यक्तिगत कारण बताकर मई 2016 में भारत से भाग गया।

तब से वह ब्रिटेन में ही रह रहा है। माल्या ने कम से कम 17 भारतीय बैंकों को धोखा देकर कर्ज लिया और अवैध रूप से लोन का पूरा पैसा या एक हिस्सा विदेश में करीब 40 कंपनियों के खातों में ट्रांसफर कर दिया।

अब क्या होगा-माल्या के प्रत्यर्पण में सबसे बड़ी बाधा 14 मई को उस समय दूर हो गई जब माल्या अपना प्रत्यर्पण के खिलाफ केस हार गया। अब सरकार को अगले 28 दिनों के भीतर उसे वापस लेकर आना है। 14 मई के बाद से 20 दिन पहले ही गुजर चुके हैं। ऐसे में उसे अगले आठ दिनों के भीतर वापस लाना है।

अप्रैल में यूके हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। इसके बाद 14 मई को कोर्ट ने माल्या को सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका देने से इनकार कर दिया था।

ब्रिटेन के कानून के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक प्रत्यर्पण को टालने के लिए माल्या के पास दो तरीके हैं, जिनमें से एक शरण मांगना है। माल्या को भारत प्रत्यर्पित करने के लिए दिसंबर, 2018 में ही लंदन की वेस्टमिन्सटर कोर्ट ने आदेश दिया था।

कुछ दिनों में जेल की सलाखों के पीछे होगा माल्या- ईडी के सूत्र के अनुसार ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में माल्या की याचिका खारिज हो चुकी है। हमने उसके प्रत्यर्पण के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं।

सीबीआई और ईडी की टीमें उसके प्रत्यर्पण पर काम कर रही हैं। इस मामले से जुड़े सीबीआई के सूत्र ने बताया कि प्रत्यर्पण के बाद हम सबसे पहले उसे कस्टडी में लेंगे क्योंकि उसके खिलाफ हमने सबसे पहले केस दर्ज किया था।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।