इंडस्ट्री: इस साल 1.2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ी मुकेश अंबानी की संपत्ति
इंडस्ट्री - इस साल 1.2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ी मुकेश अंबानी की संपत्ति
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Updated on: 24-Dec-2019 03:57 PM IST
नई दिल्ली. एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति और भारतीय बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की संपत्ति में इस साल 23 दिसंबर तक तकरीबन 17 अरब डॉलर (1.21 लाख करोड़ रुपए) का इजाफा हुआ। इसके चलते उनकी नेटवर्थ 61 अरब डॉलर (4.34 लाख करोड़ रुपए) हो गई। यह जानकारी ब्लूमबर्ग बिलियनेर्स इंडेक्स में सामने आई है। मुकेश अंबानी के मुकाबले में अलीबाबा के फाउंडर जैक मा की संपत्ति 11.3 अरब डॉलर बढ़ी (80,483 करोड़ रुपए), जबकि जेफ बेजोस को 13.2 अरब डॉलर (94 हजार करोड़ रुपए) की क्षति हुई।रिलायंस के शेयर्स में आया 40 फीसदी का उछाल ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अंबानी की संपत्ति में इस इजाफे के पीछे प्रमुख वजह रही उनकी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 40 फीसदी का उछाल। यह उछाल इस अवधि में देश के बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स के मुनाफे के दोगुने से भी ज्यादा है। इन्वेस्टर्स रिलायंस पर पैसा लगा रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि टेलीकम्युनिकेशंस और रिटेल जल्द ही मोटा पैसा बरसाएंगे। देश में अमेजन की तर्ज पर लोकल ई-कॉमर्स खड़ा करने के लक्ष्य के तहत अंबानी ने जियो पर अब तक तकरीबन 50 अरब डॉलर खर्च किए हैं। इसका नतीजा यह हुआ है कि तीन साल में जियो इस क्षेत्र में नंबर 1 हो गया है।नए व्यापारों से बड़ी उम्मीदें मुकेश अंबानी ने अगस्त में कहा था कि ऑयल और गैस जैसे पारंपरिक व्यापारों से इतर टेलीकम्युनिकेशंस और रिटेल जैसे नए कारोबारों से कुछ सालों में रिलायंस की 50 फीसदी कमाई होगी। फिलहाल यह 32 फीसदी है। 2021 तक अपने ग्रुप को कर्ज मुक्त बनाने के अंबानी के लक्ष्य ने रिलायंस के स्टॉक को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया। रिलायंस के शेयर्स की कीमत 2016 के अंत से अब तक लगभग तीन गुना हो गई है। कंपनी की योजनाओं में रिलायंस के ऑयल-टू-केमिकल बिजनेस में सऊदी अरेबियाई ऑयल कंपनी को हिस्सेदारी देना, टेलीकम्युनिकेशंस और रिटेल यूनिट को पांच साल के अंदर लिस्ट कराना, टॉवर असेट की सेल शामिल है।रिलायंस इंडस्ट्रीज पर है 1.54 लाख करोड़ रुपए का कर्ज रिलांयस जियो के देशभर में 35 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। जियो ने सितंबर तिमाही में 9.96 अरब रुपए की नेट इनकम की थी। इसके बावजूद कंपनी पर बढ़ता कर्ज इन्वेस्टर्स को परेशान करता रहा है। पिछले पांच साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 76 अरब डॉलर खर्च किए हैं। कंपनी पर मार्च 31 तक 1.54 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है।
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