Jaipur | राजस्थान कांग्रेस प्रदेश कमेटी (Rajasthan Pradesh Congress) के नए चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (New PCC Chief Govind Singh Dotasara) बुधवार को 29वें अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot), प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे (In charge General Secretory Avinash Pande) सहित मंत्रिमंडल के सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे। वहीं, कांग्रेस विधायकों के साथ निर्दलीय विधायकों को विशेष रूप से बस के माध्यम से होटल फेयरमोंट से पीसीसी कार्यालय लाया गया।समारोह में मुख्यमंत्री गहलोत ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना के काल के अंदर मध्यप्रदेश मे रात को सरकार गिरा दी गई। सदन बुलाने के लिए वहां के राज्यपाल की अप्रोच हमारे राज्यपाल से अलग। आज भी हमें कह दिया गया है कि 21 दिन के वक्त में बुला पाओगे। हमारे जांबाज बैठे हुए हैं। उन्हें कहा कि 15 दिन से एक साथ बैठे रहना आसान नहीं है। अब चाहे 21 दिन हो या 31 दिन जीत हमारी होगी।गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग, भाजपा के षडयंत्र और धनबल के प्रयोग से राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र चल रहा है। सत्तापक्ष चाहता है विधानसभा बुलाए, हमेशा विपक्ष मांग करता है। यहां उलटी स्थिति है। हम कह रहे हैं हमारी सरकार मजबूत है।
कोरोना काल में कैसे कोई सरकार गिराने का प्रयास कर सकतागहलोत बोले कि कोरोना के अंदर भी समझ से परे हैं, कैसे कोई सरकार जिसे बहुमत मिला हो वो ऐसा कर सकती है। मोदी जी ने ताली और थाली बजवाई। मोमबत्ती जलवाई। हम लोगों ने माना कि पीएम कह रहा है। क्या संभव है कि ऐसे माहौल के अंदर कोई सरकार गिराने का वक्त निकाल लेगा। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि ये महामारी भयंकर बढ़ सकती है। एक तरफ जीवन जीने का संकट खड़ा हो गया। देशभर में लोग मारे जा रहे हैं।
महामारी के बीच मध्यप्रदेश पहुंच गएजीवन बचाने का सवाल होता है केंद्र की सरकारों पर। जो हम निभा रहे हैं। केंद्र सरकार को कैसे फुर्सत मिल सकती है। आप महामारी के दौरान मध्यप्रदेश पहुंच गए। एक महीने बर्बाद किया। कोरोना कंट्रोल नहीं किया। रात को सरकार गिरा दी। सदन बुलाने के लिए वहां के राज्यपाल की अप्रोच हमारे राज्यपाल से अलग। आज भी हमें कह दिया गया है कि 21 दिन के वक्त में बुला पाओगे। हमारे जांबाज बैठे हुए हैं उन्हें कहा कि 15 दिन से एक साथ बैठे रहना आसान नहीं है। अब चाहे 21 दिन हो या 31 दिन जीत हमारी होगी।
राज्यपाल का काम बस फाइल पर साइन करनागहलोत बोले- आप सोच सकते हो किस प्रकार से सोच है। कैसे निर्णय कर रहे हैं। कैबिनेट के प्रस्ताव की एक फाइल होती है। राज्यपाल के साइन होकर वापस आ जाती है। राज्यपाल का इतना ही काम होता है। आगे की सारी प्रोसेस विधानसभा अध्यक्ष करते हैं। यहां पर 6 पेज के पत्र लिखे जा रहे हैं। चुन-चुन कर छापे पड़ रहे हैं। ये कौन कर रहा आप सोच सकते हो।गहलोत ने कहा कि राज्यसभा के वक्त खेल शुरू हो गया था। हमें मालूम पड़ गया। हमने खेल रोक दिया। वरना जो खेल आज चल रहा है, उस वक्त चलता। इस रूप में देश में लोकतंत्र खतरे में है।
कांग्रेस में बीते एक महीने से चल रही उठापठक के बीच नए प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शपथ ग्रहण कर ली। कार्यक्रम में कई एंगल नजर आए। आप भी लुत्फ लीजिए झलकियों का।