Coronavirus: आपको 'बहरा' बना सकता है कोरोना वायरस, संक्रमण से कम होती है सुनने की क्षमता

Coronavirus - आपको 'बहरा' बना सकता है कोरोना वायरस, संक्रमण से कम होती है सुनने की क्षमता
| Updated on: 01-Aug-2020 09:19 AM IST
Coronavirus: कोरोना वायरस संक्रमण के अबतक कई तरह के लक्षण सामने आ चुके हैं। पिछले दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पुराने और नए मिलाकर इसके 11 लक्षण जारी किए गए थे। कोरोना वायरस के रूप बदलने यानी इसके म्यूटेशन से लेकर इसके लक्षणों और प्रभावों में कई तरह के बदलाव सामने आते रहे हैं। कई अध्ययनों में यह बात कही जा चुकी है कि फेफड़ों के साथ यह वायरस दिल, किडनी, लिवर और अन्य अंगों को भी प्रभावित करता है। अब ब्रिटेन के मैनचेस्टर में हुए एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि कोरोना वायरस का हमारी श्रवण शक्ति पर भी असर पड़ता है। यानी यह इंसान को बहरा भी बना सकता है।

जी हां, सही पढ़ा आपने। इस हालिया शोध अध्ययन में पता चला है कि कोरोना वायरस संक्रमण से इंसानों की सुनने की क्षमता में भी कमी आ सकती है। इस अध्ययन के अनुसार, आठ में से एक कोरोना संक्रमित मरीज की सुनने की शक्ति कम हो सकती है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर के ऑडियोलॉजिस्ट ने 121 वयस्क संक्रमित मरीजों पर यह अध्ययन किया है। कोरोना संक्रमण के कारण इन मरीजों को वीथेनशावे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 

ब्रिटेन में हुए इस शोध अध्ययन को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में प्रकाशित किया गया है। इस शोध के निष्कर्ष में बताया गया है कि कोविड-19 इंसानों में सुनने की शक्ति को लंबे समय के लिए प्रभावित कर सकता है। इस शोध अध्ययन में भले ही कम प्रतिभागियों को शामिल किया गया, लेकिन वृहद स्तर पर शोध के लिए यह बेस स्टडी यानी आधार अध्ययन बन सकता है।

आठ हफ्ते बाद कम हुई क्षमता

अध्ययन के दौरान जब मरीजों से उनके सुनने की क्षमता के बारे में पूछा गया तो 121 में से 16 लोगों ने कहा कि अस्पताल से डिस्चार्ज होने के आठ हफ्ते बाद उनके सुनने की क्षमता बहुत कम हो गई थी। इनमें से आठ लोगों ने उनकी श्रवण शक्ति के बेहद खराब परिस्थिति की बात कही, जबकि आठ लोगों ने टिनीटस की शिकायत की।

दरअसल, टिनीटस कानों से संबंधित एक समस्या है। इस परिस्थिति में कान में कुछ बजते रहने की आवाज आती है। ऐसा लगता है जैसे कोई सीटी बज रही है या फिर कुछ अलग तरह का शोर।

शोधकर्ताओं ने बताया कि अन्य बीमारियों में भी ऐसी समस्या आती है। उन्होंने बताया कि मिजल्स, मंप्स और मेनिनजाइटिस के वायरस भी इंसानों की सुनने की क्षमता को बुरी तरह प्रभावित करते हैं।

तंत्रिकाओं को भी पहुंचाता है नुकसान 

इंसानों को संक्रमित करने वाले कोरोना वायरस उन महत्वपूर्ण तंत्रिकाओं को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं जो कान और मस्तिष्क के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हैं।

शोधकर्ताओं में शामिल प्रो. केविन मुनरो ने कहा, "यह मुमकिन है कि कोरोना इंसानों की श्रवण प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है, खासकर कान के मध्य भाग को।" कान का मध्य भाग एक ट्यूब की तरह होता है जो कान के पर्दे से सुनने वाली तंत्रिका और गले तक जाता है। 

कमजोर श्रवण क्षमता वालों पर गंभीर प्रभाव

प्रोफेसर मुनरो ने कहा, जिन लोगों को पहले से कम सुनने की बीमारी है उनके लिए कोविड-19 गंभीर दुष्परिणाम पैदा कर सकता है। इससे ऐसे लोगों में तनाव और घबराहट बढ़ सकती है। 

मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस और इंसानों के सुनने की समस्याओं के बीच संबंध क्यों है, इसकी वृहद स्तर पर पड़ताल के लिए अभी और अधिक अध्ययन करने की आवश्यकता है।

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