Share Market Crash: कोविड के बाद शेयर बाजार में तेजी आई थी, और स्मॉल व मिडकैप शेयरों ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया। लेकिन अब, जब बाजार संघर्ष कर रहा है, ये वही शेयर निवेशकों के लिए भारी नुकसान का कारण बन रहे हैं। फरवरी 2024 में बाजार ने 28 साल की सबसे बड़ी गिरावट देखी, जिससे निवेशकों में घबराहट बढ़ गई।
मार्च 2020 के बाद फरवरी 2024 में स्मॉल और मिडकैप शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 14% और निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 10.8% गिरा। इसके पीछे मुख्य वजह पैनिक सेलिंग और वैश्विक बाजारों में अस्थिरता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, स्मॉल और मिडकैप शेयर अक्सर अधिक उतार-चढ़ाव का सामना करते हैं। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के प्रतीक गुप्ता का कहना है कि इस सेगमेंट में कई बार ओवरवैल्यूएशन देखा जाता है, जिससे करेक्शन की संभावना बढ़ जाती है।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट के धर्मेश शाह के अनुसार, ऐतिहासिक रूप से स्मॉल और मिडकैप सेगमेंट में करेक्शन 25-30% तक होता रहा है, जिसके बाद बाजार रिकवरी करता है। उनका मानना है कि बाजार अपने बॉटम के करीब है और निवेशकों को घबराने की बजाय अच्छे क्वालिटी वाले शेयर होल्ड करने चाहिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 3 महीनों में बाजार रिकवरी कर सकता है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।
Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम के अधीन होता है. ऐसे में आप निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार के साथ विचार-विमर्श अवश्य करें.