Asaduddin Owaisi: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को पुणे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा किया. लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में दोनों नेता एकसाथ दिखे. शरद पवार ने पीएम मोदी के साथ ऐसे समय पर मंच साझा किया है जब 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए देश के प्रमुख विपक्षी दल एकसाथ आए हैं. पीएम के साथ दिखने पर पवार निशाने पर हैं. AIMIM के प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर पवार पर हमला बोला और कहा कि ये कैसा पाखंड है.
ओवैसी ने लिखा, लोकसभा में एनसीपी और अन्य विपक्षी दल मणिपुर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और शरद पवार पुणे में खुशी-खुशी पीएम मोदी के साथ साथ मंच साझा कर रहे हैं. यह क्या पाखंड है? वहीं, बीजेपी सदन में खुशी-खुशी बिना चर्चा के बिल पास करा रही है. बता दें कि लोकमान्य तिलक की विरासत का सम्मान करने के लिए साल 1983 में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट ने इस पुरस्कार की शुरुआत की थी. इस बार ये अवॉर्ड पीएम मोदी को मिला है. पीएम मोदी को उनके सर्वोच्च नेतृत्व और नागरिकों में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया.ओवैसी ही नहीं शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) भी पवार पर निशाना साध चुकी है. पार्टी ने कहा कि पवार इस कार्यक्रम में शामिल ना होकर उन लोगों की शंकाओं को दूर कर सकते थे, जिन्हें उनका इस समारोह में शामिल होना पसंद नहीं आया. पार्टी ने कहा कि देश तानाशाही के खिलाफ लड़ रहा और इस मकसद के लिए 26 विपक्षी दलों ने इंडिया नाम से गठबंधन बनाया है. शरद पवार इसके महत्वपूर्ण सेनापति हैं. शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि पवार जैसे नेता से लोगों को अलग उम्मीदें हैं.
पवार ने थपथपाई पीएम मोदी की पीठपुणे में समारोह शुरू होने से पहले पीएम मोदी और शरद पवार को एक दूसरे से बातचीत करते हुए देखा गया. पवार ने पीएम मोदी की पीठ थपथपाई. कार्यक्रम में शरद पवार के भतीजे अजित पवार भी मौजूद थे. सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार से हाथ मिलाया.