Coronavirus Vaccine: ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट नहीं, गलत निकला शक

Coronavirus Vaccine - ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट नहीं, गलत निकला शक
| Updated on: 18-Sep-2020 06:28 AM IST
UK: ऑक्सफोर्ड की कोरोना वायरस वैक्सीन से पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं। हालांकि कुछ दिनों पहले इसका ट्रायल रोके जाने पर लोग थोड़े नाउम्मीद जरूर होने लगे थे लेकिन फिर से ट्रायल शुरू होने के बाद लोगों की चिंता थोड़ी कम हो गई है। वहीं, अब इस बात का भी पता चल गया है कि जिस वॉलंटियर में साइड इफेक्ट दिखने की वजह से ये ट्रायल रोका गया था, उसका वैक्सीन से क्या संबंध था। 

ऑक्सफोर्ड की तरफ से सभी वॉलंटियर्स को एक दस्तावेज भेजे गए हैं। इसमें दावा किया गया है कि ट्रायल में वॉलंटियर को हुई दिक्कत प्रायोगिक एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की वजह से नहीं हुई थी। एक वॉलंटियर ने ऑक्सफोर्ड के ये डॉक्यूमेंट ऑनलाइन पोस्ट किए हैं। आपको बता दें कि ट्रायल में एक वॉलंटियर की रीढ़ में गंभीर सूजन आ जाने की वजह से 6 सितंबर को दुनिया भर में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया गया था

ऑक्सफोर्ड के डॉक्यूमेंट में लिखा है, 'ट्रायल की स्वतंत्र समीक्षा में ऐसी कोई संभावना नहीं दिखाई दी है कि वॉलंटियर को आई दिक्कत किसी भी तरह वैक्सीन से संबंधित थी। वैक्सीन की वजह से वॉलंटियर की तबीयत खराब होने के पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं। ये सूचना मिलने के बाद समीक्षकों ने ट्रायल जारी रखने की सलाह दी है।'

ट्रायल रोके जाने के बाद से ही  एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड को कई तरह के सवालों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अमेरिका में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की स्टडी को रेगुलेटरी रिव्यू मिलने तक होल्ड पर डाल दिया गया है। ट्रायल में आई दिक्कत की वजह से वैक्सीन की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं।

वैक्सीन के ट्रायल में आई रूकावट बताती है कि शोधकर्ताओं को एक वैक्सीन बनाने में किस तरह की अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे ट्रायल में रूकावट आना आम बात नहीं है वहीं ऑक्सफोर्ड स्टडी रोके जाने से इस बात की भी चिंता बढ़ गई है कि आखिर वायरस से सुरक्षा देने वाली वैक्सीन की पहली डोज कब तैयार होगी।

कोरोनो वायरस वैक्सीन की दौड़ में ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन सबसे आगे हैं। इनकी कोशिश वैक्सीन को जल्द से जल्द बनाने की है। एस्ट्राजेनेका उन कंपनियों में से भी एक है जो अमेरिकी सरकार के ऑपरेशन रैप स्पीड वैक्सीन प्रोग्राम में हिस्सा ले रही है।  

उम्मीद की जा रही है कि एस्ट्राजेनेका के फाइनल स्टेज के ट्रायल के नतीजे अगले महीने जारी कर दिए जाएंगे। कंपनी की तरफ से दावा किया जा रहा है कि इस साल के अंत तक ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन बनकर तैयार हो जाएगी।

आपको बता दें कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का ट्रायल UK और दक्षिण अफ्रीका में फिर शुरू कर दिया गया है। वहीं भारत को भी ट्रायल फिर से शुरू करने की मंजूरी मिल चुकी है।

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