India-Pakistan Relations: कश्मीर का रोना फिर रोया PAK... PM मोदी के बयान के जवाब में कही घिसी पिटी बात

India-Pakistan Relations - कश्मीर का रोना फिर रोया PAK... PM मोदी के बयान के जवाब में कही घिसी पिटी बात
| Updated on: 27-Jul-2024 08:34 AM IST
India-Pakistan Relations: करगिल विजय दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्रास से पाकिस्तान पर ऐसा वार किया, जिससे पाकिस्तान बिलबिला गया है. पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम शहबाज शरीफ ने पीएम मोदी के बयान को खारिज कर दिया और कहा कि इससे कश्मीरी लोगों को दबाने के भारत के प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय ध्यान नहीं हटा सकता. करगिल दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने द्रास से कहा था कि आतंक के आका मेरी आवाज सुन रहे हैं. करगिल युद्ध में असत्य और आतंकी की हार हुई. पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी.

PM मोदी ने पाकिस्तान को दिया कड़ा मैसेज

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा. करगिल युद्ध में हमने सत्य, संयम और साहस का परिचय दिया. भारत उस समय शांति का प्रयास कर रहा था लेकिन पाकिस्तान ने इसके बदले में अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया. मैं आतंकवाद के सरपरस्तों को बताना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. करगिल युद्ध में असत्य और आतंक की हार हुई.

पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी. आतंकवाद को हमारे जांवाज पूरी तरह से कुचलेंगे. दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि विकास के सामने आ रही हर चुनौती को भारत परास्त करके रहेगा. 5 अगस्त को आर्टिकल 370 को खत्म हुए 5 साल पुरे होने जा रहे हैं. जम्मू कश्मीर की पहचान G20 की मीटिंग करने के रूप में हो रही है. टूरिज्म सेक्टर भी तेजी से ग्रो कर रहा है.

पीएम मोदी के बयान से चिढ़ा पाकिस्तान

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीय नेताओं के बयानबाजी से कश्मीरी लोगों के मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए किए जा रहे संघर्ष को दबाने के भारत के कठोर रवैये से अंतरराष्ट्रीय ध्यान नहीं हट सकता.

भारत ने PAK को किया था नेस्तनाबूद

करगिल विजय दिवस को हर साल 26 जुलाई को भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल की जंग 60 दिनों तक चली थी. पाकिस्तानी सेना चुपके से कारगिल की पहाड़ियों पर चढ़ आई थी. पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में कारगिल की 15000 फीट ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया था. मगर भारतीय जवानों ने अदम्य साहस दिखाते हुए पाकिस्तानी सैनिकों के कब्जे से करगिल को मुक्त कराया. इस युद्ध में 500 से ज्यादा भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे.

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।