SCO Meeting: आतंक पर एक्शन जारी... राजनाथ सिंह ने चीन में सामने बैठे PAK को खूब सुनाया

SCO Meeting - आतंक पर एक्शन जारी... राजनाथ सिंह ने चीन में सामने बैठे PAK को खूब सुनाया
| Updated on: 26-Jun-2025 09:52 AM IST

SCO Meeting: चीन के किंगदाओ शहर में चल रही शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की रक्षा मंत्रियों की बैठक में भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद के मुद्दे पर दो टूक बयान दिया। उन्होंने साफ कहा कि भारत निर्दोषों का खून बहाने वालों को कभी नहीं छोड़ेगा और आतंक के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। इस दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भी मौजूद थे, जिससे इस कड़े संदेश की राजनीतिक और कूटनीतिक अहमियत और भी बढ़ गई।

आतंकवाद पर सीधा हमला, पाकिस्तान पर इशारा

राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए पाकिस्तान की ओर सीधा इशारा किया। उन्होंने कहा कि “कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को नीति के उपकरण के रूप में इस्तेमाल करते हैं और आतंकियों को शरण देते हैं। SCO जैसे मंच को इन देशों की आलोचना करने से नहीं हिचकना चाहिए।”

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। राजनाथ सिंह ने बताया कि हमले को ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने अंजाम दिया था, जो लश्कर-ए-तैयबा का ही एक प्रॉक्सी संगठन है। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने धार्मिक पहचान के आधार पर लोगों को निशाना बनाया।

बहुपक्षवाद और सामूहिक सुरक्षा पर जोर

राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि कोई भी देश कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, वह अकेले आतंकवाद का मुकाबला नहीं कर सकता। “भारत का मानना है कि रिफॉर्म्ड मल्टिलेटरिज़्म संवाद और सहयोग के नए तंत्रों को जन्म दे सकता है,” उन्होंने कहा। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक सोच ‘सर्वे जना सुखिनो भवन्तु’ को उद्धृत करते हुए कहा कि यह सभी के लिए शांति और समृद्धि की कामना करता है, न कि आतंक और कट्टरता की।

चीन में पहली उच्च स्तरीय भारतीय यात्रा

राजनाथ सिंह की यह चीन यात्रा मई 2020 में लद्दाख में सैन्य तनाव के बाद किसी वरिष्ठ भारतीय मंत्री की पहली चीन यात्रा है। इस यात्रा को दोनों देशों के बीच सामरिक संतुलन और कूटनीतिक संवाद की बहाली के रूप में देखा जा रहा है। किंगदाओ पहुंचने पर भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार रावत ने उनका स्वागत किया।

संभावित द्विपक्षीय वार्ताएं

बैठक के दौरान राजनाथ सिंह के चीनी रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जून और रूसी समकक्ष के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की संभावना भी जताई जा रही है। खुद रक्षा मंत्री ने ‘X’ (पूर्व ट्विटर) पर रवाना होने से पहले लिखा, “वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए भारत के नजरिए को सामने लाने और आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयासों की वकालत करूंगा।”

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