Coronavirus: कोरोना के खिलाफ 'रामबाण' होगी ये मेडिसिन, आप भी याद कर लीजिए DRDO की दवा का नाम

Coronavirus - कोरोना के खिलाफ 'रामबाण' होगी ये मेडिसिन, आप भी याद कर लीजिए DRDO की दवा का नाम
| Updated on: 17-May-2021 12:34 PM IST
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ भारत की जंग लगातार जारी है। इस बीच रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की ओर से शुभ समाचार देश को मिला है और डीआरडीओ ने एंटी-कोविड मेडिसन, 2 डीजी (2-DG) लॉन्च कर दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने सोमवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में 2 डीजी की पहली खेप को रिलीज की।

दवा को लेकर हर किसी के मन में हैं ये सवाल

2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज यानी 2-DG के लॉन्च के बाद हर किसी के मन में ये सवाल है कि ये दवा कोरोना वायरस (Coronavirus) के इलाज में कितनी कारगर है और बाजार में कब से मिलेगी? इसका इस्तेमाल कैसे करना है?

क्लीनिकल ट्रायल के बाद DCGI ने दी दवा को मंजूरी

हम आपको इस दवा की पूरी जानकारी देने जा रहे हैं, लेकिन सबसे पहले ये जान लीजिए कि DCGI ने इस दवा के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। ये मंजूरी तीसरे क्लीनिकल ट्रायल के सफल होने के बाद दी गई है। ये तीसरा चरण दिसंबर 2020 से लेकर मार्च 2021 तक कोरोना से संक्रमित 220 मरीजों पर किया गया था और इस दौरान पाया या कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की ऑक्सीजन पर निर्भरता घट गई।

डीआरडीओ के वैज्ञानिक डॉक्टर अनंत नारायण ने बताया, 'सीसीएमबी हैदराबाद में हमने इसका पहला टेस्ट किया था, उसके बाद हमने ड्रग कंट्रोल से कहा कि क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी दें। ट्रायल में हमने देखा है कि कोरोना पेशेंट को काफी फायदा हुआ। टेस्टिंग के बाद फेज 2 सही से किया और फेज 3 में हमने बहुत बड़े पैमाने पर प्रयोग किया।'

डीआरडीओ ने डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के साथ मिल बनाई दवा

कोरोना की इस दवा को डीआरडीओ के Institute of Nuclear Medicine and Allied Sciences यानी INMAS ने हैदराबाद स्थित डॉ। रेड्डीज लेबोरेटरीज (Dr Reddy's Laboratories) के साथ मिलकर तैयार किया है।

इस दवा से 7 दिन में ठीक हो जाएंगे मरीज

रक्षा मंत्रालय का कहना है कि 2-डीजी एक जेनेरिक मॉलीक्यूल है और ग्लुकोज से मिलती जुलती है, इसलिए इसका उत्पादन आसान होगा और ये दवा देश में बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराई जा सकेगी। डॉक्टर अनंत नारायण ने कहा, 'इस ड्रग को हम जल्द से जल्द मार्किट में लाने का काम कर रहे है। यह दवा पाउडर के रूप में आता है पानी में घोल कर दिया जाता है। इसको दिन में 2 बार सुबह-शाम देने के बाद मरीज लगभग सात दिन में लोग ठीक हो रहे है।

ऑक्सीजन की किल्लत से मिलेगी राहत

इस दवा के बाजार में आने से एक और बड़ी राहत मिलेगी। अभी जो ऑक्सीजन की मारा-मारी है, दावा है कि इस दवा के मिलने के बाद ये समस्या बहुत हद तक कम होगी साथ ही ये दवा कोविड से संक्रमित मरीजों की अस्पताल में दाखिले की संख्या को भी कम करेगी। यानी मरीज घर पर रहकर ही डॉक्टर की सलाह से ये दवा लेकर ठीक हो जाएंगे।

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