Gautam Singhania: रेमंड के फैमिली झगड़े का लंबा इतिहास- पिता के भी खूब रहे विवाद

Gautam Singhania - रेमंड के फैमिली झगड़े का लंबा इतिहास- पिता के भी खूब रहे विवाद
| Updated on: 14-Nov-2023 06:00 AM IST
Gautam Singhania: परिवारों में आम कहा-सुनी सामान्य बात है. पुरानी कहावत है कि बर्तन जब साथ रहेंगे तो खड़केंगे ही. लेकिन जब यही पारिवारिक झगड़ा किसी बड़े आदमी के घर में होता है और वो बात सड़क तक आ जाती है, तब वह मामला परिवार से ज्यादा सामाजिक हो जाता है. देश के बड़े उद्योगपति घराने Raymond Family में अभी यही हो रहा है. कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम सिंघानिया अपनी पत्नी नवाज मोदी से शादी के 32 साल बाद अलग होने जा रहे हैं. पर ‘रेमंड परिवार’ के झगड़े इससे पहले भी मीडिया की सुर्खियों में छाए रहे हैं.

गौतम सिंघानिया और नवाज मोदी का अलग होना काफी नाटकीय रूप लेता जा रहा है. एक तरफ गौतम सिंघानिया ने ट्विटी पर काफी मार्मिक पोस्ट शेयर किया है. दूसरी तरफ नवाज मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह रेमंड ग्रुप के एक आवास ‘जेके ग्राम’ के बाहर लगभग धरना दे रही हैं. हालांकि ये वीडियो पिछले हफ्ते दिवाली पार्टी के दौरान का बताया जा रहा है.

पिता विजयपत का रहा बड़े भाई से विवाद

गौतम सिंघानिया के पिता विजयपत सिंघानिया और उनके बड़े बेटे मधुपति सिंघानिया का झगड़ा तो पूरी दुनिया जानती है. कहानी कुछ ऐसी है कि विजयपत और मधुपति के बीच काफी वैचारिक मतभेद थे. इसके चलते वह अपने पिता की संपत्ति और उसमें अपने बच्चों का अधिकार छोड़कर 1998 में सिंगापुर शिफ्ट हो गए. इसी के तुरंत बाद जुलाई 1999 में गौतम सिंघानिया को प्रमोट करके रेमंड का डायरेक्टर बनाया गया.

कई सालों तक सिंगापुर में रहने के बाद जब मधुपति के 4 बच्चे बड़े हुए और 2015 में उन्होंने अपने पूर्वजों की संपत्ति में से हक मांगा, तब विजयपत और मधुपति के बीच का ये झगड़ा सार्वजनिक हो गया. उस मामले में मधुपति के बच्चों ने सिर्फ अपने दादा को ही नहीं बल्कि माता-पिता को भी वादी बनाया था.

‘मां से अच्छा व्यवहार नहीं करते पिता’

तब की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मधुपति ने कोर्ट में एक हलफनामे में कहा कि उनके पिता काफी ‘सामंती’ सोच रखते हैं. उनके और उनकी मां के साथ अच्छा व्यवहार नहीं रखते हैं. इसलिए उन्हें सिंगापुर शिफ्ट होना पड़ा और दबाव में ही पिता की संपत्ति में अधिकार का दावा छोड़ने पर विवश होना पड़ा. वहीं अपने छोटे भाई के अंडर काम करना उनके लिए काफी ‘अपमानजनक’ था.

विजयपत की अपने भाई से भी नहीं बनी

मिंट की एक रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई कि विजयपत की उनके भाई अजयपत से भी नहीं बनी. विजयपत के भाई लग्जरी लाइफ जीने का शौक रखते थे. बाद में जब उनकी मौत हुई, तब विजयपत ने उनकी पत्नी वीणा देवी और दो बेटों अनंत एवं अक्षयपत को इन सभी चीजों से मरहूम कर दिया. सिंघानिया परिवार में झगड़ों की एक बड़ी वजह पुरानी पीढ़ी का अपनी सही वसीयत का छोड़कर नहीं जाना भी रही.

गौतम और विजयपत में भी हुआ झगड़ा

रेमंड के फाउंडर विजयपत और मौजूदा चेयरमैन गौतम सिंघानिया में भी झगड़े की खबरें मीडिया में काफी दिन तक छाई रही थीं. मामला ‘जेके हाउस’ से विजयपत को बाहर का रास्ता दिखाने को लेकर था. विजयपत ने आरोप लगाया था कि गौतम ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया है. जबकि गौतम ने उन्हें घर देने का वादा किया था. वहीं गौतम ने अपना बचाव किया था कि 2013 का कंपनी एक्ट इस तरह मकान आवंटित करने से मना करता है.

टीओआई की एक रिपोर्ट जानकारी दी गई थी कि जब इस बारे में प्रस्ताव पर बोर्ड मीटिंग के दौरान चर्चा हुई थी, तब गौतम ने खुद वोट नहीं किया था, लेकिन बाकी सदस्यों को विरोध में वोट देने के लिए कहा था.

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।