Gold Price Increase: सोने की कीमतें दुनियाभर में हमेशा चर्चा का विषय रहती हैं, और अब अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसे नियंत्रित करने की रणनीति बना रहे हैं। यदि उनकी योजनाएं सफल रहीं, तो भारत में 10 ग्राम (1 तोला) सोने की कीमत 1 लाख रुपये के पार जा सकती है। यह सुनने में भले ही असंभव लगे, लेकिन इसके पीछे कुछ ठोस कारण और आर्थिक गणनाएं हैं। आइए, विस्तार से समझते हैं कि आखिर यह कैसे संभव हो सकता है।
अमेरिका का गोल्ड रिजर्व हुआ दोगुना
जब से डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की सत्ता संभाली है, उन्होंने लंदन के थ्रेड स्ट्रीट में स्थित दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड रिजर्व से अमेरिकी सोने को वापस मंगवाने का काम शुरू कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी तक 8000 से अधिक सोने की छड़ें न्यूयॉर्क गोल्ड रिजर्व में पहुंच चुकी हैं, जिससे इसका भंडार 17.5 मिलियन ट्रॉय औंस से बढ़कर 34 मिलियन ट्रॉय औंस हो गया है।
लंदन के गोल्ड रिजर्व का महत्व
लंदन के थ्रेड नीडल स्ट्रीट के नीचे स्थित बैंक ऑफ इंग्लैंड की तिजोरियों में लगभग 22 लाख करोड़ रुपये का सोना जमा है। दुनिया के कई बड़े बिजनेस टायकून और विभिन्न देशों की सरकारें अपने सोने को यहां सुरक्षित रखती हैं। अमेरिका द्वारा अपने सोने को वापस मंगवाने का सीधा अर्थ यह निकलता है कि आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में भारी उछाल आ सकता है।
अमेरिका की योजना: सोने की कीमत कैसे बढ़ेगी?
डोनाल्ड ट्रंप की सोने की कीमतों को प्रभावित करने की योजना के दो मुख्य पहलू हैं:
- गोल्ड रिजर्व को बढ़ाना: अधिक मात्रा में सोना अपने पास जमा करके अमेरिका बाजार में इसकी आपूर्ति को सीमित कर सकता है।
- गोल्ड आयात पर टैरिफ: अमेरिका यदि सोने के आयात पर ऊंचा शुल्क (टैरिफ) लगा देता है, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत तेजी से बढ़ सकती है।
भारत पर इसका क्या असर होगा?
भारत में सोने की मांग काफी अधिक है। बीते कुछ महीनों में सोने का आयात 41% तक बढ़ चुका है। यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में उछाल आता है, तो भारत में 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 1 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
क्या यह रणनीति सफल होगी?
यह कहना अभी मुश्किल है कि ट्रंप की यह रणनीति कितनी कारगर साबित होगी, लेकिन अगर अमेरिका गोल्ड रिजर्व पर नियंत्रण बनाए रखता है और सोने के आयात-निर्यात पर प्रतिबंध या टैरिफ लगाता है, तो वैश्विक बाजार पर इसका सीधा असर पड़ेगा।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां हमेशा से वैश्विक बाजार पर प्रभाव डालती रही हैं, और यह नई रणनीति सोने की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव ला सकती है। अगर यह योजना अमल में आती है, तो भारत सहित पूरी दुनिया में सोने की कीमतों में भारी वृद्धि देखने को मिल सकती है। निवेशकों और आम जनता के लिए यह एक महत्वपूर्ण विषय बना हुआ है कि आने वाले समय में सोने की कीमतें किस दिशा में जाएंगी।