Satish Kaushik Death: 66 साल में सतीश कौशिक का हार्टअटैक से निधन, परिवार के साथ कल दिल्ली में खेली थी होली

Satish Kaushik Death - 66 साल में सतीश कौशिक का हार्टअटैक से निधन, परिवार के साथ कल दिल्ली में खेली थी होली
| Updated on: 09-Mar-2023 10:39 AM IST
Satish Kaushik Death: 66 साल के अभिनेता और डायरेक्टर सतीश कौशिक का बुधवार देर रात 1 बजे दिल्ली में हार्ट अटैक से निधन हो गया। यह जानकारी अनुपम खेर ने सुबह ट्वीट कर दी। अनुपम ने लिखा, 'सतीश, तुम्हारे बिना जिंदगी पहले जैसी नहीं रहेगी।'


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 7 मार्च को मुंबई में जावेद अख्तर की पार्टी में होली खेलने के बाद सतीश 8 मार्च को दिल्ली में परिवार और दोस्तों के साथ होली खेलने आए थे। यहां उन्होंने जमकर होली खेली, लेकिन रात में अचानक उनकी तबीयत खराब होने लगी। उन्हें फोर्टिस हॉस्पिटल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।


निधन के बाद उनके शव को सुबह 5:30 बजे दीन दयाल अस्पताल लाया गया था, जहां उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। पोस्टमॉर्टम के बाद उनकी बॉडी को मुंबई ले जाया जाएगा।

दो दिन पहले होली पार्टी में फिट नजर आए थे

7 मार्च को जावेद अख्तर की तरफ से जानकी कुटीर जुहू में आयोजित की गई होली पार्टी में सतीश कौशिक शामिल हुए थे। उन्होंने इस सेलिब्रेशन के फोटोज ट्वीट किए थे, जिसमें वे फिट नजर आए थे। उन्होंने लिखा था- ’जावेद अख्तर, शबाना आजमी, बाबा आजमी, तन्वी आजमी की तरफ से रखी गई पार्टी में रंगबिरंगी खुशनुमा होली का मजा उठाया। न्यूली वेड खूबसूरत कपल अली फजल और रिचा चड्‌ढा से मिला। सभी को होली की शुभकामनांए।


अनुपम खेर ने लिखा- जिंदगी तुम्हारे बिना पहले जैसी नहीं रहेगी

खेर ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- 'जानता हूं, मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है, पर ये बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त #SatishKaushik के बारे में लिखूंगा, ये मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्णविराम !! Life will NEVER be the same without you SATISH ! ओम् शांति!'


हरियाणा में जन्मे थे सतीश, दिल्ली से स्कूली पढ़ाई की

सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था। स्कूली पढ़ाई दिल्ली में हुई थी। किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में एडमिशन लिया था। 1985 में उन्होंने शशि कौशिक से शादी की थी। 2 साल की उम्र में उनके बेटे का निधन हो गया था।

मिस्टर इंडिया से पहचान मिली

सतीश ने 1983 में बॉलीवुड में कदम रखा। इससे पहले उन्होंने थिएटर में काम किया था। वे अभिनेता, कॉमेडियन, स्क्रिप्ट राइटर, निर्देशक और निर्माता थे। सतीश को पहचान 1987 में फिल्म मिस्टर इंडिया से मिली थी। इसके बाद उन्होंने 1997 में दीवाना-मस्ताना में पप्पू पेजर का किरदार निभाया था। सतीश को 1990 में राम लखन के लिए और 1997 में साजन चले ससुराल के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार मिला था।

नेताओं और फिल्म इंडस्ट्री के लोगों ने दीं श्रद्धांजलि...

गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया-

'एक्टर, डायरेक्टर और राइटर सतीश कौशिक जी के निधन के बारे में जानकर बेहद दुखी हूं। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान, कलात्मक रचनाओं और उनकी सभी परफॉर्मेंस को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और प्रशंसकों को मेरी गहरी संवेदनाएं। ऊँ शांति शांति। '


कंगना रनौट ने लिखा

'इस दुखद समाचार के साथ सुबह हुई। सतीश जी मेरे सबसे बड़े चीयरलीडर थे, वे बेहद सफल एक्टर और डायरेक्टर थे। निजी तौर पर भी वे बेहद दयालु और ईमानदार इंसान थे। इमरजेंसी में उनकी डायरेक्टर बनकर मुझे बहुत अच्छा लगा। उनकी बहुत याद आएगी। ऊँ शांति।'

अभिषेक बच्चन ने लिखा-

हमारे प्यारे सतीश कौशिक जी के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। वे बहुत विनम्र, उदार और प्यार लुटाने वाले इंसान थे। हमेशा हंसते-मुस्कराते रहते थे। आज हमारी इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान हुआ है। Rest in peace सतीश अंकल। हम सब आपको मिस करेंगे। 🙏

डायरेटर मधुर भंडारकर ने ट्वीट किया-

'एक्टर-डायरेक्टर सतीश कौशिक जी के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। वे बेहद खुशमिजाज, जोशीले और जिंदगी से भरे इंसान थे। फिल्मी दुनिया और उनके फेंस को उनकी बहुत कमी खलेगी। उनके परिवार को मेरी सहानुभूति। ऊँ शांति।'

एक्टर मनोज जोशी ने ट्वीट किया-

'मेरे बेहद करीबी दोस्तों में शामिल सतीश कौशिक के निधन से मैं किस हद तक स्तब्ध और दुखी हूं, इसे शब्दों में नहीं बता पाऊंगा। वे अलग-अलग मीडियम पर अपनी जबरदस्त परफॉर्मेंस के लिए याद आएंगे। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और चाहने वालों के साथ हैं। ऊँ शांति।'

अभिनेता रितेश देशमुख ने लिखा-

'यकीन नहीं हो रहा कि आप चले गए हैं। आपकी जिंदादिल हंसी अब भी मेरे कानों में गूंज जाती है। आप दयालु और उदार को-एक्टर थे और बिना कुछ कहे भी बहुत कुछ सिखाने वाले टीचर। इसके लिए आपका शुक्रिया। आपकी बहुत याद आएगी, आपकी लेगेसी हमारे दिलों में जिंदा रहेगी।'

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।