Sharad Pawar: शरद पवार 'रिटायर', अब कौन होगा NCP का नया बॉस? अजीत पवार का भी बयान आया सामने

Sharad Pawar - शरद पवार 'रिटायर', अब कौन होगा NCP का नया बॉस? अजीत पवार का भी बयान आया सामने
| Updated on: 02-May-2023 03:51 PM IST
Sharad Pawar: शरद पवार के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का अध्यक्ष पद छोड़ने के ऐलान के साथ ही महाराष्ट्र में बहुत बड़ी सियासी हलचल हुई है। मुंबई में शरद पवार के समर्थन में एनसीपी कार्यकर्ता जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। एनसीपी कार्यकर्ताओं कह रहे हैं, 'पवार अपना फैसला पीछे ले। जब तक शरद पवार अपना यह फैसला पीछे नहीं लेते तब तक हम यहां से नहीं जाएंगे।' महाराष्ट्र में इस बड़े घटनाक्रम के बाद अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि पवार के बाद एनसीपी का नया बॉस कौन होगा? आखिर पवार यह पद किसे सौंपने जा रहे हैं।

आपको बता दें कि एनसीपी के अध्यक्ष पद के लिए शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को पवार का उत्तराधिकारी माना जाता है तो वहीं, अजित पवार भी प्रतिद्वंद्वी के तौर पर देखे जाते हैं। ऐसे में आने वाले समय में पार्टी अध्यक्ष की जंग दिलचस्प हो सकती है।

1999 में पवार ने बनाई थी NCP

मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में पवार की किताब के विमोचन का आज कार्यक्रम हो रहा है। शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष का पद छोड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि मैं अध्यक्ष पद से रिटायरमेंट ले रहा हूं। शरद पवार ने कांग्रेस छोड़कर 1999 में एनसीपी बनाई थी।

शरद पवार के इस ऐलान के बाद उनके भतीजे अजित पवार ने कहा कि शरद पवार को पद छोड़ना ही था। शरद पवार फैसला वापस नहीं लेंगे। उम्र को देखते हुए शरद पवार ने ये फैसला लिया है। नए नेतृत्व को मौका मिलना चाहिए। 

"अब सहनशीलता ख़त्म हो रही है"

अजित पवार ने कहा कि पवार अध्यक्ष ना रहें तो भी पार्टी काम करती रहेगी। अजित ने कहा कि बार-बार फैसला वापस लेने की अपील ना करें। अब उनकी सहनशीलता ख़त्म हो रही है। पवार साहब को घर जाने दीजिए। मैं थोड़ी देर आपलोग के साथ बैठूंगा। बाद में हमलोग उनके घर जाएंगे और चर्चा करेंगे। अजित पवार ने बताया कि शरद पवार कह रहे हैं कि जो भी कमिटी निर्णय लेगी वो पवार साहब को मान्य होगा। भावुक होने की ज़रूरत नहीं है, आज या कल ये होने ही वाला था। मेरी विनती है कि जो साहब सोच रहें हैं वैसा होने दीजिए।

"...जैसे खरगे अध्यक्ष लेकिन सोनिया चलाती हैं पार्टी"

अजित ने कहा कि पवार साहब अध्यक्ष नहीं है इसका मतलब ये नहीं कि वो पार्टी में नहीं हैं। जैसे कांग्रेस के अध्यक्ष खरगे हैं लेकिन पार्टी सोनिया गांधी चलाती हैं, जो भी कल अध्यक्ष होगा तो साहब के मार्गदर्शन में ही काम करेगा। आपलोग ज़्यादा भावुक मत होइए। मैंने उनसे बात की थी लेकिन उन्होंने कहा है कि वो अपने फैसले से डिगेंगे नहीं। नए अध्यक्ष का हम सब साथ देंगे, हम लोग परिवार हैं। परिवार रहेंगे और पवार साहब इस परिवार के मुखिया रहेंगे। 

हम पता करेंगे इस्तीफे की वजह- नाना पटोले

वहीं दूसरी ओर पार्टी के अन्य नेता, कार्यकर्ता और पवार के समर्थक भी इस फैसले को लेकर दुख जाहिर कर रहे हैं। इस दौरान नाना पटोले ने कहा कि यह NCP के अंदर का मामला है। उन्होंने क्यों इस्तीफा दिया इसके बारे में वो ही बता सकते हैं। लेकिन पवार साहब के इस्तीफा देने से MVA पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अब उनकी पार्टी में अगला अध्यक्ष कौन होगा यह उन्हें तय करना है। लेकिन पवार साहब देश के बड़े नेता हैं। BJP और केंद्र से मुकाबले के लिए उनकी बड़ी भूमिका है। हम भी पता करेंगे कि आखिर उनके इस्तीफे के ऐलान की वजह क्या है।

हमें नहीं चाहिए कोई कमिटी-  छगन भुजबल

वहीं इस दौरान छगन भुजबल ने कहा कि हमें कोई कमिटी नहीं चाहिए। हमारे नेता, हमारे कमिटी सब आप हैं। देश को और इस राज्य को आपके नेतृत्व की ज़रूरत है। इसीलिए मैं सबकी तरफ से मांग करता हूं कि फैसला वापस लीजिये। वहीं इस दौरान अनिल देशमुख ने कहा कि सब की यही मांग है कि आप अपने फैसले पर पुनः विचार करें।

इतिहास ने खुद को दोहराया है- संजय राउत

दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि ये अचंभित करने वाला फैसला है। उनके इस फैसले से देश की राजनीति में बड़ा फर्क पड़ सकता है। हमें ये निर्णय मान्य नहीं है। इस समिति के बारे में मुझे कुछ भी मालूम नहीं था। वहीं शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने ट्वीट कर लिखा कि गंदी राजनीति और आरोपों से तंग आकर शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे ने भी शिवसेना प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन शिवसैनिकों के प्यार के कारण उन्हें अपना फैसला वापस लेना पड़ा था। ऐसा लगता है कि इतिहास ने खुद को दोहराया है। बालासाहेब की तरह पवार साहब भी राज्य की राजनीति की आत्मा हैं।

अभी के अभी कुछ तो फैसला करें साहब- प्रफुल पटेल

वहीं प्रफुल पटेल ने कहा कि आप सब की तरफ़ से पवार साहब को हाथ जोड़ कर कहा है कि पुनः अपने फैसले पर विचार करें। अभी साहब बोलने को तैयार नहीं हैं। लेकिन हमने आग्रह किया है कि अभी के अभी कुछ तो फैसला करें साहब। महाराष्ट्र और देश की जनता के लिए मैं पवार साहब से विनती करता हूं कि फैसले पर विचार करें।

रोते हुए बोले जयंत पाटिल- उन्हें ऐसा फैसला लेने का हक़ नहीं

इस दौरान जयंत पाटिल रोते दिखे। उन्होंने कहा कि अगर पवार साहब राजनीति में नहीं रहेंगे तो हम मार्गदर्शन के लिए कि के पास जाएंगे। देश और महाराष्ट्र को उनकी ज़रूरत है। उन्हें ऐसा फैसला लेने का हक़ नहीं है। जयंत पाटिल लगातार रोते हुए कह रहे थे कि बचपन से उनको देख कर बड़े हुए हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने भाकरी फिराने की बात कही थी। हम पार्टी में बदलाव के सारे अधिकार देते हैं। आप चले जायेंगे तो हम लोग काम नहीं कर पाएंगे।

पार्टी में बदलाव का इशारा कर चुके हैं शरद पवार

शरद पवार ने इसके संकेत हाल ही में दे दिए थे, जब उन्होंने कहा था कि रोटी को अगर समय पर न पलटा जाए तो जल जाती है। पिछले हफ्ते पवार ने कहा था, ''किसी ने मुझे कहा कि रोटी सही समय पर पलटनी होती है और अगर सही समय पर नहीं पलटी तो वो कड़वी हो जाती है। अब सही समय आ गया है रोटी पलटने का, उसमें देरी नहीं होनी चाहिए। इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आग्रह करूंगा कि वो इस पर काम करें।'' शरद पवार के इस बयान से कयास लगाए जा रहे थे कि आनेवाले दिनों में एनसीपी में बड़ा फेरबदल हो सकता है।,

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।