Axiom-4 Mission: भारतीय अंतरिक्ष यात्री और भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला Axiom-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ऐतिहासिक यात्रा पर निकलने को तैयार हैं। यह मिशन जल्द ही अमेरिका के नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा के कॉम्प्लेक्स 39A से लॉन्च किया जाएगा, जिसमें कुल चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। शुक्ला इस मिशन में पायलट की भूमिका निभाएंगे।
1984 के बाद यह दूसरा अवसर है जब कोई भारतीय अंतरिक्ष में भेजा जा रहा है। अंतरिक्ष रणनीतिकार पी.के. घोष ने कहा, “यह भारत, इसरो और हर भारतीय नागरिक के लिए गर्व का क्षण है। शुभांशु शुक्ला 14 दिनों तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहेंगे और यह अनुभव उन्हें भविष्य में भारत के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन की कमान के लिए तैयार करेगा।”
पी.के. घोष का यह भी मानना है कि Axiom-4 मिशन में प्राप्त अनुभव के आधार पर ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला गगनयान में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। वे अंतरिक्ष में वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे और भविष्य में भारत के मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियानों का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह सक्षम होंगे।
Axiom-4 की कमांडर पैगी व्हिटसन हैं, जो अंतरिक्ष उड़ानों में अनुभवी हैं। मिशन में हंगरी के टिबोर कपू और पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की भी विशेषज्ञों के रूप में शामिल हैं।
स्पेस किड्ज इंडिया की संस्थापक डॉ. श्रीमती केसन ने मिशन की प्रशंसा करते हुए कहा, “अंतरिक्ष सीमाहीन है। यह मिशन वैश्विक शांति और सहयोग का प्रतीक बनकर उभरेगा। शुभांशु शुक्ला जैसे भारत के प्रतिनिधित्व से यह और भी गौरवमयी बनता है।”
शुक्ला के पिता शम्भू दयाल शुक्ला ने भावुक होकर कहा, “हम बेहद गर्वित हैं। वह न केवल लखनऊ या उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश का नाम रोशन कर रहे हैं। हम उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रार्थना करते हैं।”
स्पेसएक्स ने पुष्टि की है कि प्रक्षेपण के लिए मौसम लगभग 90 प्रतिशत अनुकूल है। यह मिशन पहले कई बार स्थगित हुआ, लेकिन अब सभी तैयारियाँ पूर्ण हैं।