Solar Eclipse 2020: सूर्य ग्रहण में इन चीजों का भूल कर भी न करें प्रयोग, गर्भवती महिलाएं करें ये उपाय

Solar Eclipse 2020 - सूर्य ग्रहण में इन चीजों का भूल कर भी न करें प्रयोग, गर्भवती महिलाएं करें ये उपाय
| Updated on: 20-Jun-2020 03:37 PM IST
Solar Eclipse 2020: 21 जून को लगने वाले सूर्य ग्रहण को क्यों कहा जाता है कंकण सूर्यग्रहण? वैज्ञानिक दृष्टि से सूर्यग्रहण एक खगोलीय घटना है इसमें पृथ्वी और सूर्य के बीच में चंद्रमा आ जाता है। जिससे सूर्य का पूरा या आंशिक प्रकाश धरती पर नहीं पड़ता है। इसी घटना को सूर्यग्रहण कहते हैं। जब सूर्य पूरी तरह ढक जाता है और रोशनी सूर्य के चारों ओर से एक रिंग या कंगन की तरह दिखने लगती है तो उसे कंकण सूर्यग्रहण या खग्रास कहते हैं और जब सूर्य का कुछ हिस्सा ही ग्रहण के दौरान ढक जाता है तो उसे आंशिक या खंडग्रास ग्रहण कहते हैं।

भारत के संदर्भ में सूर्य ग्रहण का ये रहा सही टाइम:

21 जून को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण भारत में 3 घंटे 25 मिनट तक का होगा। जो कि भारत में 21 जून रविवार को सुबह 10 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा। 12 बजकर 10 मिनट पर सूर्य ग्रहण अपने चरम पर होगा और 1 बजकर 49 मिनट पर ग्रहण खत्म होगा।

सूर्यग्रहण के सूतक काल की उलटी गिनती कुछ ही घंटों बाद हो जायेगी शुरू। उसके पहले निपटा लें अपने महत्वपूर्ण कार्य। सूतक कल 20 जून यानी आज रात 09.52 बजे शुरू होगा और सूर्य ग्रहण के समाप्त होने के बाद ख़त्म होगा।

गर्भवती महिलाओं को ग्रहण का दर्शन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। उन्हें सब्जी नहीं काटना चाहिए, कपड़ा काटने , सिलाई करने, तेल मालिस करने या करवाने, सोने या घर से बाहर निकलने से बचना चहिये। सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती माताओं को ‘संतान गोपाल मंत्र’ का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से विद्वान, सुशील और विवेकवान संतान की प्राप्ति होती है।

सूर्य ग्रहण के दौरान गायत्री मंत्र

सूर्य मंत्र, गुरु मंत्र, नारायण मंत्र का जप और ध्यान करना सर्वोत्तम माना गया है। ऐसा करने से सभी ग्रहों के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं। सूर्य ग्रहण के होने बाद दान देने से आर्थिक प्रगति होती है।

सूर्य ग्रहण के समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिये 

सूर्य ग्रहण के समय किसी भी घातक और धारदार चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। यानि कि इस दिन चाकू, छुरी,ब्लेट, शेविंग मशीन, दरांती, खुरपी, फावड़ा, हल जैसी चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही जिन राशियों पर ग्रहण का अशुभ प्रभाव पड़ने जा रहा है उन्हें भगवान शिव और भगवान विष्णु की उपासना करनी चाहिए। ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए। गेरू अथवा गाय के गोबर का पेट पर लेप करना चाहिए।

सूर्य ग्रहण से पहले मेष, मिथुन, सिंह, तुला, मकर और धनु राशि वालों के अगर कोई कार्य अधूरे पड़े हुए हैं तो उन्हें आज ही निपटाने की कोशिश करें। 21 जून को सूर्य ग्रहण लग रहा है। जिसका सूतक काल आज रात से आरंभ होगा। इसलिए दिन में ही अधूरे कार्य को पूर्ण कर लें। यह आपके लिए शुभ रहेगा। क्योंकि सूतक काल और ग्रहण के दौरन कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। ग्रहण का सूतक 20 जून की रात 09:52 बजे से शुरू होगा।सूतक के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते।सूतक के दौरान किए गए शुभ कार्यों के परिणाम अशुभ आते हैं।सूर्य पर ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव मिथुन राशि पर रहेगा। इसलिए मिथुन राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।

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